उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

हरिद्वारः डायरिया फैलने से गांव में मचा हड़कंप, CMO ने 2 झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक किए सील

धर्मनगरी के मोहल्लापुरी गांव में डायरिया फैलने से कई गांव के लोग बीमार हो गए, जिनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, इस बीमारी के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई. मौेके पर पहुंचे सीएमओ ने जांच में 2 झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिकों को सील कर दिया है.

डायरिया फैलने से गांव में मचा हड़कंप.

By

Published : Sep 15, 2019, 11:19 PM IST

हरिद्वार: लालढांग के मोहल्लापुरी गांव में डायरिया फैलने से कई गांव के लोग बीमार हो गए हैं, जिनको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गांव में डायरिया से एक व्यक्ति की मौत हो जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली. इसके साथ ही मुख्य चिकित्साधिकारी ने 2 झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई करते हुए उनके क्लीनिक को सील कर दिया है.

डायरिया फैलने से गांव में मचा हड़कंप.

मोहल्ला पुरी गांव के कई लोग पिछले कई दिनों से उल्टी दस्त की बीमारी से पीड़ित हैं. आए दिन गांव में कोई न कोई बीमार होता रहता है. हालात ऐसे बन गए कि गांव के कुछ परिवारों को छोड़कर प्रत्येक परिवार का कोई न कोई सदस्य अस्पतालों में भर्ती है. डायरिया के कारण ही गांव के इंदर सिंह की मौत भी हो गई. गांव में डायरिया फैलने की खबर मिलते ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने ग्रामीणों से हालचाल जानने के साथ ही खुद घर-घर जाकर मरीजों के स्वास्थ्य की जांचकर दवाई उपलब्ध कराई.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सरोज नैथानी ने बताया कि सुदूर क्षेत्र होने के कारण यहां स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है. हालांकि, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सभी सुविधाएं देने का प्रयास किया जाता है. फिलहाल गांव में कई लोग उल्टी दस्त से ग्रसित हैं. उन्हें दवाई उपलब्ध करा दी गई है. जिनकी हालत ज्यादा खराब दिखाई दे रही है, उन्हें 108 के माध्यम से जिला अस्पताल भेजा जा रहा है, जहां उनका इलाज कराया जाएगा.

ये भी पढ़ें:निवेशकों को भा रहा है उत्तराखंड, 17 हजार करोड़ के प्रॉजेक्ट्स पर शुरू हो चुका है काम

वहीं, गांव में तैनात सरकारी डॉक्टर पर ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उनके द्वारा सही तरीके से व्यवहार नहीं किया जाता है. इस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सरोज नैथानी ने कहा कि डॉक्टर द्वारा ग्रामीणों से सही व्यवहार नहीं किया जाता उनको भी हिदायत दे दी गई है कि अपने व्यवहार में परिवर्तन लाए नहीं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी.

गांव में रहने वाले लोगों ने बताया कि डायरिया के कारण गांव के अधिकतर लोग बीमार हो रहे हैं. साथ ही अस्पताल और 108 की सुविधा न होने के कारण लोगों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में आई है और उनके द्वारा बीमार लोगों का चेकअप किया गया है. इस बीमारी की वजह से गांव के अधिकतर लोग बीमार हो गए हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details