विकासनगर:जौनसार बावर में इस साल कोरोना के चलते पाइंता पर्व औपचारिक तौर मनाया जाएगा. ग्रामीणों ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ये फैसला लिया है. यह त्योहार क्षेत्र में तीन दिनों तक मनाया जाता था.
दरअसल, मैदानी क्षेत्रों में जहां दशहरा पर्व मनाया जाता है, वहीं जनजाति क्षेत्र जौनसार बावर में पाइंता पर्व मनाया जाता है. इस पर्व पर गांव का हर ग्रामीण अपने देवों के मंदिर में माथा टेककर खुशहाली की कामना करता है. इसी दौरान क्षेत्र के दो गांव उदपाल्टा व कुरौली के ग्रामीणों के बीच गागली युद्ध होता है. गागली युद्ध के पीछे की कहानी भी रोचक है. कलंक से बचने के लिए उदपाल्टा व कुरौली के ग्रामीण पाइंता पर्व पर गागली युद्ध का आयोजन कर पश्चाताप करते हैं.