देहरादून: डीजीपी ने जो छह समितियां बनाई हैं इनकी जिम्मेदारी वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को दी गई है. समितियां भविष्य में ऐसी कार्य योजना तैयार करेंगी जिससे प्रदेश में बेहतर कानून व शांति व्यवस्था स्थापित होगी. इसके अलावा ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम बनाने के साथ ही ड्रग्स और साइबर क्राइम जैसे तमाम मामलों, अपराधों से निपटने के लिए स्मार्ट पुलिसिंग के तरीकों को अपनाया जाएगा. इतना ही नहीं गठित की गई ये समितियां पुलिस के वेलफेयर और पुलिस आधुनिकीरण पर भी नए सिरे से कार्य करेंगी.
नवनियुक्त डीजीपी द्वारा गठित की गई समितियों को इन बिंदुओं पर आधुनिक पुलिसिंग की कार्य योजना तैयार करनी होगी..
1- SMART(S-Sensitive & Strict)
2- M-Modern with mobility
3- A-Alert &Accountable
4- R-Reliable & Responsive
5- T-Trained & Techno-Savvy
उत्तराखंड के नवनियुक्त डीजीपी अशोक कुमार के अनुसार इन प्रमुख बिंदुओं पर कार्य करने से राज्य की पुलिस अत्यधिक स्मार्ट पुलिस होगी. वहीं हाईटेक पुलिसिंग में ऐसी व्यवस्था बनाये जाएगी जिससे बदमाशों में पुलिस का खौफ होगा और आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढेगा. आधुनिक व्यवस्था में काम करने से पुलिसकर्मियों के मनोबल में भी वृद्धि आएगी.
डीजीपी अशोक कुमार का मानना है कि आधुनिक पुलिसिंग का उद्देश्य पुलिस की समस्त इकाइयों की दक्षता को और अधिक बढ़ाने के साथ-साथ पुलिसकर्मियों की कार्यशैली में बेहतर और आधुनिक बदलाव लाना होगा.
पुलिस आधुनिकीरण और बेहतर पुलिसिंग में कार्य योजना तैयार करने वाली 6 गठित समितियों के अधिकारियों के नाम व उनके कार्य क्षेत्र..
1-CPERATIONAL PERFORMANCE COMMITTEE
1- एपी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध व कानून व्यवस्था, उत्तराखंड (अध्यक्ष)
2- नीलेश आनंद भरणे, पुलिस उपमहानिरीक्षक (उपाध्यक्ष)
3- अजय सिंह, पुलिस अधीक्षक, कार्मिक ,उत्तराखंड( सदस्य)
2-MODERNIZATION COMMITTEE
1- अमित सिन्हा, पुलिस महानिरीक्षक, फायर (अध्यक्ष)