देहरादून: जानकीचट्टी खरसाली से यमुनोत्री तक रोपवे निर्माण का रास्ता साफ हो गया है. गुरुवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में यमुनोत्री धाम रोपवे परियोजना के लिए एमओयू साइन किया गया है. उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज एमओयू के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पर्यटन विभाग, निजी निर्माण कंपनी एसआरएम इंजीनियरिंग एवं एफआईएल इंडस्ट्री के बीच एमओयू साइन किया गया है.
जानकी चट्टी खरसाली से यमुनोत्री धाम तक रोपवे परियोजना को पीपीपी मोड में बनाया जाएगा. यमुनोत्री धाम रोपवे की लंबाई 3.38 किलोमीटर होगी, जो 167 करोड़ की अनुमानित लागत से बनकर तैयार होगी. इस रोपवे परियोजना का निर्माणएसआरएम इंजीनियरिंग एवं एफआईएल इंडस्ट्री द्वारा किया जाएगा. यमुनोत्री धाम के लिए बनने वाले मोनो केबल डिटैचेबल रोपवे की लंबाई 3.38 किमी होगी, जिसका निर्माण यूरोपीय मानकों के अनुसार फ्रांस और स्विटजरलैंड की तर्ज पर किया जाएगा. जिसकी क्षमता 500 व्यक्ति प्रति घंटा है. रोपवे का लोवर टर्मिनल प्वॉइंट खरसाली में 1.787 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जाएगा, जबकि अपर टर्मिनल 0.99 हेक्टेयर भूमि पर बनाया यमुनोत्री धाम में बनाया जाएगा.