देहरादूनः बाल अधिकार संरक्षण आयोग की पहल पर देहरादून की डालनवाला कोतवाली में बच्चों के लिए प्रदेश का पहला चाइल्ड फ्रेंडली थाना तैयार किया गया है. इसका मुख्य उद्देश्य किसी आपराधिक गतिविधि में लिप्त बच्चे को थाने के भय वाले माहौल से दूर करना है. ये कहने को तो थाना है, लेकिन यहां का माहौल एक प्ले स्कूल जैसा है.
नवंबर से प्रदेश का पहला चाइल्ड फ्रेंडली थाना काम करेगा. नवंबर के पहले हफ्ते में शुरू हो जायेगा बाल मित्र थाना
पिछले साल सितम्बर माह में बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने बच्चों के लिए पुलिस स्टेशन में बाल मित्र थाना तैयार करने की बात कही थी. एक साल के इंतजार के बाद नवंबर माह के पहले सप्ताह तक डालनवाला कोतवाली में प्रदेश का पहला बालमित्र थाना शुरू हो जाएगा.
प्ले स्कूल जैसा होगा बाल मित्र थाना
ईटीवी भारत से बात करते हुए बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने बताया कि कोरोना संकटकाल में डालनवाला कोतवाली में तैयार किए गए बाल मित्र थाने के शुभारंभ में काफी लंबा वक्त लग चुका है. लेकिन अब जल्द ही नवंबर माह के पहले सप्ताह में इसका शुभारंभ कर दिया जाएगा. इस बालमित्र थाने में छोटे बच्चों को किसी प्ले स्कूल जैसा माहौल मिलेगा.
बाल मित्र थाने के होंगे दो सेगमेंट
इस बाल मित्र थाने को दो सेगमेंट्स में बांटा गया है. इसमें एक पिंक सेगमेंट छोटी बच्चियों के लिए है तो वहीं ब्लू सेगमेंट छोटे बालकों के लिए है. दोनों ही सेगमेंट्स में दीवारों में बच्चों के लिए रंग बिरंगी पेंटिंग्स बनाई गई हैं. साथ ही बच्चों के लिए किताबों की भी व्यवस्था है.
बाकी जिलों में भी बनेंगे चाइल्ड फ्रेंडली थाने
गौरतलब है कि प्रदेश के इस पहले चाइल्ड फ्रेंडली थाने को तैयार करने के खर्च में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने भी अपना सहयोग दिया है. वहीं, आने वाले समय में प्रदेश के अन्य जनपदों में भी बच्चों के लिए चाइल्ड फ्रेंडली थाने बनाए जाएंगे.
चाइल्ड फ्रेंडली थाने में बच्चों के लिए सुविधाएं
- किसी आपराधिक गतिविधि में लिप्त पाए जाने पर बच्चे का मेडिकल और स्वास्थ्य प्रशिक्षण इसी थाने में किया जाएगा.
- यहां पुलिसकर्मी बच्चों के सामने वर्दी के बजाय सादी वर्दी में मौजूद रहेंगे.
- चाइल्ड फ्रेंडली थाने में स्पेशल जुवेनाइल पुलिस यूनिट मौजूद रहेगी.
- बच्चों के लिए निशुल्क किताबें और खाने की व्यवस्था रहेगी.