देहरादून: उत्तराखंड कैबिनेट ने सतर्कता विभाग को आरटीआई के दायरे से बाहर रखने का फैसला लिया है. ऐसे में अब सवाल यह उठ रहा है कि आखिरकार सरकार विजिलेंस को आरटीआई से क्यों बाहर रखना चाहती है. इन्हीं सवालों को लेकर विरोधी दलों ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
प्रदेश में विजिलेंस विभाग भ्रष्टाचार को लेकर काम करता है. भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने के लिए ही इस विभाग का गठन भी किया गया है. मगर यह विभाग फिलहाल कैबिनेट में आरटीआई के दायरे से बाहर होने को लेकर सुर्खियों में हैं. अब सवाल यह खड़े किए जा रहे हैं कि आखिरकार सरकार विजिलेंस विभाग को क्यों आरटीआई के दायरे से बाहर रखना चाहती है.
इन्हीं सवालों के साथ विपक्ष ने भी सरकार पर हल्ला बोल दिया है. उत्तराखंड कांग्रेस के सचिव मथुरा दत्त जोशी कहते हैं कि सरकार आप लोगों को सूचनाओं से दूर रखना चाहती है, साथ ही वह सूचना के अधिकार को कमजोर करना चाहती है.