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उत्तराखंड ATS विंग में शामिल हुआ पहला महिला कमांडो दस्ता, CM ने किया शुभारंभ

महीनों की कड़ी ट्रेनिंग के बाद महिला कमांडो दस्ता पहली बार उत्तराखंड एटीएस में शामिल हो गया है. पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कमांडो दस्ते का औपचारिक शुभारंभ किया.

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महिला कमांडो

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Published : Feb 24, 2021, 1:01 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड के ATS विंग में आज पहला महिला कमांडो दस्ता शामिल हो गया है. दून पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दस्ते का शुभारंभ किया. जिसके बाद दस्ते ने सीएम के सामने डेमो प्रस्तुत किया.

देखिए शुभारंभ की एक झलक.

गौर हो कि महीनों की कड़ी ट्रेनिंग के बाद महिला कमांडो के इस दल को राज्य और देश की सुरक्षा का मौका मिला है. आधुनिक हथियारों से लैस होकर सुबह से शाम तक ट्रेनिंग के अलग-अलग सत्र में पसीना बहातीं महिला कमांडो के इस दस्ते ने हर उस तकनीक को सीखा है जिससे पार पाकर उनको आतंकवादियों के हर मंसूबों को समय रहते नेस्तनाबूद करना है. इन महिला कमांडोज को बिना देखे पलक झपकते ही ऑपरेशन को सफल बनाने की हर उस तकनीक से रूबरू करा कर प्रशिक्षित गया है, जिससे वह आम से लेकर खास लोगों को मुसीबत के समय आतंकी गतिविधियों से निजात दिला सकें.

बता दें कि उत्तराखंड एटीएस में पहली बार महिला कमांडो दस्ते को तैयार करने के लिए सिविल पुलिस, आर्म्ड पुलिस व पीएसी से 38 महिला पुलिस कर्मियों ने आवेदन किया. शारीरिक और मानसिक दक्षता जैसे अन्य कमांडो वाले मानक में केवल 22 महिला पुलिस कर्मियों का ही इस में सलेक्शन हुआ. इनमें दो सब इंस्पेक्टर रैंक की और 20 कांस्टेबल पद की कर्मियों का चयन हुआ.

पढ़ें:उत्तराखंड आज रचेगा इतिहास, ATS के पहले महिला कमांडो दस्ते का होगा शुभारंभ

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने देहरादून में स्मार्ट सिटी पुलिस दल और स्मार्ट चीता पुलिस दल का उद्घाटन भी किया. पहले चरण में स्मार्ट चीता पुलिस कर्मियों का एक दल हाईटेक सीपीयू की तर्ज पर आधुनिक संसाधनों उपकरणों और हथियारों के साथ सड़कों पर उतरेंगे.

महिला कमांडो दस्ते की खासियत

  • उत्तराखंड एटीएस में पहली बार महिला कमांडो दस्ते को तैयार करने के लिए सिविल पुलिस, आर्म्ड पुलिस व पीएसी से 38 महिला पुलिस कर्मियों ने आवेदन किया.
  • शारीरिक और मानसिक दक्षता जैसे अन्य कमांडो वाले मानक में केवल 22 महिला पुलिस कर्मियों का ही इस में सलेक्शन हुआ.
  • इनमें दो सब इंस्पेक्टर रैंक की और 20 कांस्टेबल पद की कर्मियों का चयन हुआ.

ऐसे हुई ट्रेनिंग

  • सबसे पहले हरिद्वार एटीएस में 8 जनवरी 2021 से 22 चयनित महिला कमांडो की ट्रेनिंग हुई
  • ट्रेनिंग 30 जनवरी 2021 तक फ्री कोर्स के रूप में चली
  • ट्रेनिंग में शारीरिक और मानसिक दक्षता से मजबूत बनाने के साथ ही युद्ध कौशल के शुरुआती गुण सिखाए गए.
  • इसके बाद 7 दिन का ब्रेक दिया गया था

नरेंद्र नगर पीटीसी ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण

  • 8 फरवरी से 20 फरवरी तक नरेंद्र नगर पीटीसी ट्रेनिंग सेंटर में इन 22 महिला कमांडो को व्यापक रूप से कमांडो ट्रेनिंग
  • देशी-विदेशी कमांडो मॉड्यूल की तकनीक से रूबरू करा कर प्रशिक्षण दिया गया.
  • मिलिट्री के बड़े ऑपरेशन के साथ-साथ युद्ध कौशल के गुण भी कमांडो के विशेष मेंटर द्वारा दिये गये.

देहरादून में प्रशिक्षण

  • 20 फरवरी 2021 से 24 फरवरी 2021 तक देहरादून पुलिस लाइन में ट्रेनिंग
  • सभी 22 महिला कमांडो को अत्याधुनिक हथियार एके-47 ड्राइवर और हाईटेक वेपन से ट्रेनिंग दी जा रही है.
  • किस तरह से पलक झपकते ही निशाने को सटीक बैठाना है इसकी कई तरह से ट्रेनिंग दी जा रही है.

आज सीएम के सामने दिया डेमो

  • आज देहरादून पुलिस लाइन में मुख्यमंत्री को कमांडो दस्ते ने बेसिक ट्रेनिंग का डेमो दिया.
  • आज ही सभी महिला कमांडो वापस नरेंद्र नगर पीटीसी में एडवांस ट्रेनिंग के पहले चरण के तहत अन्य प्रशिक्षण के लिए लौटीं.

मार्च तक ट्रेनिंग

  • 2 महीने की प्रस्तावित शुरुआती बेसिक ट्रेनिंग का अंतिम पड़ाव मार्च के अंतिम सप्ताह तक नरेंद्र नगर पीटीसी में चलेगा.
  • इसके बाद 1 अप्रैल 2021 से तैयार किए गए महिला कमांडो दस्ते को महाकुंभ में 1 महीने के लिए पहली तैनाती के लिए भेजा जाएगा.

कुंभ के बाद फिर ट्रेनिंग

  • 30 अप्रैल को कुंभ समाप्त होने के उपरांत सभी 22 महिला कमांडो को आगे अलग-अलग चरणबद्ध तरीके से एडवांस कमांडो ट्रेनिंग दी जाएगी.

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