ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स )ऋषिकेश में कटे होंठ व तालु विषय पर आधारित अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला की विधिवत शुरूआत हुई . छह नवंबर तक आयोजित होने वाले सम्मेलन के दौरान देश और विदेश से आए प्लास्टिक सर्जरी विशेषज्ञ जन्मजात कटे होंठ व तालू से ग्रस्त मरीजों का उपचार करेंगे. इसके लिए 25 मरीजों ने संस्थान में पंजीकरण कराया. 25 में से 15 मरीजों को सर्जरी के लिए चयनित किया गया.
यह अंतरराष्ट्रीय कार्यशाला एम्स ऋषिकेश के सहयोग से मिशन स्माइल व स्माइल एशिया संस्था के तत्वावधान में आयोजित की गई थी. मुख्य अतिथि व संस्थान के निदेशक, पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत ने विधिवत कार्यशाला का शुभारंभ किया. इस अवसर पर उन्होंने कटे होंठ व तालू से ग्रसित मरीजों के लिए मिशन स्माइल की ओर से किए जा रहे प्रयासों पर विस्तृत चर्चा की और इसके लिए संस्था की सराहना भी की.
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प्रो. रविकांत ने बताया माताओं में फोलिक एसिड की कमी से ऐसे बच्चों का जन्म होता है, लिहाजा संस्था के सहयोग से एम्स ऋषिकेश में आयोजित कार्यशाला के दौरान ऐसे बच्चों की निशुल्क सर्जरी व उपचार किया जाएगा. उन्होंने बताया कि संस्थान में 2016 से प्लास्टिक चिकित्सा विभाग इस तरह के ऑपरेशन कर रहा है. उन्होंने कहा की ऑपरेशन से अब तक 92 मरीज लाभांवित हो चुके हैं.
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