देहरादून: उत्तराखंड में कोरोना के 89 मरीज मरकर भी अस्पतालों के बिगड़े सिस्टम में जिंदा ही रहे. न तो स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें मरा हुआ माना और न ही सरकार ने. इस हैरतअंगेज मामले का खुलासा तब हुआ जब स्वास्थ्य विभाग ने रूटीन मैन्यूली मौतों के आंकड़े को जुटाना शुरू किया. आंकड़ा सामने आया तो अधिकारियों के पांव के नीचे से जमीन खिसक गई. दरअसल, उत्तराखंड में कोरोना के आंकड़े पर एक दो नहीं बल्कि पूरे उन 89 मौतों का हेरफेर था.
शनिवार को स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से जुड़ा हेल्थ बुलेटिन जारी किया गया तो हर कोई इसे देखकर हैरान था. हैरानी उत्तराखंड में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली और अस्पतालों की हीलाहवाली को लेकर ज्यादा थी. सवाल ये उठ रहे थे कि आखिरकार एक दिन में ही कैसे 95 लोगों की कोरोना से मौत हो गई.
पढ़ें-चिनूक हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ से क्षतिग्रस्त MI-17 का मलबा किया एयरलिफ्ट
आपको बता दें कि शुक्रवार को मरने वालों का कुल आंकड़ा 829 था. शनिवार को आए बुलेटिन में यह आंकड़ा बढ़कर 924 हो गया था. इतनी मौतों के एक साथ रिकॉर्ड किए जाने का खुलासा भी स्वास्थ्य विभाग के इसी हेल्थ बुलेटिन में किया गया था. दरअसल, प्रदेश में कोरोना वायरस से एक के बाद एक मौतें हो रही थी. तमाम अस्पताल इन मौतों को स्वास्थ्य विभाग तक पहुंचा ही नहीं रहे थे. सबसे पहले यह जानते हैं कि किस अस्पताल ने कितनी मौतों के रिकॉर्ड को फाइलों में दफन किया गया.
- देहरादून के कैलाश अस्पताल की 28 मौतें.
- देहरादून में इंद्रेश अस्पताल में 24 मौतें.
- दून मेडिकल कॉलेज में 21 मौत.
- एम्स ऋषिकेश में दो मौत.
- हिमालयन अस्पताल में 5 मौत.
- देहरादून मैक्स अस्पताल में दो मौत.
- रुड़की के विनय विशाल हॉस्पिटल में दो मौत.
- हरिद्वार के जया मैक्स वेल में दो मौत.
- रुद्रपुर के डिस्टिक हॉस्पिटल में तीन मौत.
कोरोना संक्रमण से मौत के आंकड़ों को चरणबद्ध तरीके से कई जगहों पर रिकॉर्ड किया जाता है. चिकित्सालयों की यह जिम्मेदारी है कि वह अस्पताल में हुई मौत का रिकॉर्ड जिला स्वास्थ्य अधिकारी तक पहुंचाते रहे. मगर चौंकाने वाली बात यह है कि हफ्तों और महीनों तक मौत के रिकॉर्ड को दबाए रखा गया. हैरत की बात यह है कि चिकित्सालय होते मरने वालों के रिकॉर्ड को स्वास्थ्य विभाग तक नहीं पहुंचाया गया. जिसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग मैन्यूली इसकी जानकारी लेने के बजाय अस्पतालों की जानकारी पर ही निर्भर रहा.
पढ़ें-कोरोनाकाल में पुलिस की फजीहत करा देंगी ये तस्वीरें, कैमरे में कैद सबूत