देहरादून: साइंस सिटी देहरादून के लिए उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (यूकॉस्ट) और राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (एनसीएसएम ) के बीच एमओयू साइन हुआ है. यूकॉस्ट के महानिदेशक डॉ. राजेंद्र डोभाल एवं सचिव एनसीएसएम ने एमओयू पर साइन किया गया है. एनसीएसएम भारत सरकार के संस्कृत मंत्रालय की एक स्वायत्तशासी संस्था है जो देश में विज्ञान संग्रहालयों का निर्माण तथा संचालन करती है. साइंस सिटी देहरादून में विज्ञान धाम, झाझरा में विकसित होगी. साइंस सिटी लगभग चार वर्षों में बनकर तैयार हो जाएगी. 173 करोड़ रुपए की इस परियोजना के लिए 88 करोड़ रुपए केंद्र और 85 करोड़ रुपए राज्य सरकार वहन करेगी.
इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि देहरादून में बनने वाले साइंस सिटी सबके आकर्षण का केन्द्र बने, इसके लिए विशेष प्रयासों की जरूरत है. इसे निर्धारित समयावधि से पूर्व पूर्ण करने के प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि किसी भी बड़े प्रोजक्ट को पूरा करने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति का होना जरूरी है. ऐसे में भारत की वैज्ञानिक संस्कृति को आगे बढ़ाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा. राज्य सरकार का प्रयास होगा कि उत्तराखंड की विशेषता को लोग साइंस सिटी के माध्यम से देख सकेंगे.
साइंस सिटी की खासियत