ऋषिकेश: भविष्य में जीवन जीने के लिए पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलती रहे, इसके लिए उत्तराखंड सरकार पर्यावरण संरक्षण का प्रयास कर रही है. मगर नौकरशाही की लापरवाही के चलते लोग सरकार के प्रयास को पलीता लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं. जिसका नतीजा यह है कि ऋषिकेश में जगह-जगह पर्यावरण को जानबूझकर प्रदूषित करने का काम किया जा रहा है.
ऋषिकेश की हवा में जहरीला धुंआ घोल रहे हैं कुछ कारोबारी, कार्रवाई की मांग तेज
ऋषिकेश में दुकानदार द्वारा दर्जनों टायरों और शीटों को आग लगाए जाने को लेकर कार्रवाई की मांग तेज हो गई है. लोगों का कहना है कि इस तरह के कार्य से तीर्थनगरी की आबोहवा खराब हो रही है. नगर निगम के सफाई निरीक्षक से मामले में कार्रवाई की मांग की है.
फिलहाल ताजा मामला चंद्रभागा पुल से रोडवेज बस स्टैंड की ओर जाने वाली सड़क के पास का सामने आया है. यहां एक खोखे में टायर रिपेयर और कबाड़ का काम करने वाले दुकानदार ने मौका मिलते ही दर्जनों टायरों और शीटों को आग लगा दी. दुकानदार की इस हरकत से पर्यावरण में जहर घुल रहा है. टायरों और शीटों से निकलने वाला काला धुआं पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है. मगर जिम्मेदार पर्यावरण संरक्षण के लिए बैठकों में तो प्लान बनाते हैं, मगर धरातल पर एक्शन लेते हुए दिखाई नहीं देते हैं.
पढ़ें-पौड़ी में कोरोना के मामले सामने आने के बाद अलर्ट मोड पर स्वास्थ्य महकमा, बेड किए तैयार
क्षेत्र के किसी जागरूक व्यक्ति ने दुकानदार की इस हरकत को जिम्मेदारों तक पहुंचाने के लिए आग लगे टायरों से उठते हुए काले धुएं की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है. जिसके बाद कार्रवाई करने की मांग तेज हो गई है. वहीं मामले में नगर निगम के सफाई निरीक्षक अभिषेक मल्होत्रा ने कहा कि मामले की जानकारी मिली है. मौके पर टीम भेजकर जांच के लिए कहा गया है. अगर इस तरह का कृत्य करता हुआ कोई भी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.