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ऋषिकेश लूटकांडः 5 माह बाद भी पुलिस के हाथ खाली, भुखमरी की कगार पर पीड़ित परिवार - ऋषिकेश लूटकांड न्यूज

तीर्थनगरी में 19 मई को सर्राफा व्यापारी वीरेंद्र सिंह चौहान को गोली मारकर बदमाशों ने करीब 40 लाख के गहने लूट लिए थे. पुलिस अब तक आरोपियों के बारे में कुछ भी पता नहीं लगा पाई. पीड़ित व्यापारी घटना के बाद से लकवाग्रस्त होकर बिस्तर पर है.

ऋषिकेश लूटकांड

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Published : Oct 16, 2019, 10:11 AM IST

Updated : Oct 16, 2019, 1:44 PM IST

देहरादूनः देश के टॉप 10 आदर्श पुलिस स्टेशनों में गिनती होने वाले ऋषिकेश कोतवाली पुलिस पर एक बड़े मामले को लेकर नाकामी का दाग लगा है. 5 माह पहले ऋषिकेश में बाइक सवार हथियारबंद बदमाशों द्वारा सरेआम सर्राफा व्यापारी को गोली मारकर लाखों के जेवरातों से भरा बैग लूट लिया गया था. घटना के वक्त बदमाशों ने पीड़ित ज्वेलर्स को शरीर के ऐसे हिस्से में गोली मारी कि व्यापारी के शरीर का निचला अंग पूरी तरह से लकवाग्रस्त हो गया.

सर्राफा व्यापारी लूटकांड में अब तक कोई खुलासा नहीं.

हालत यह है कि अपने कारोबार से हाथ धोकर पीड़ित व्यापारी 5 महीने से बिस्तर पर पड़ा है. किसी के कारोबार से जुड़े लाखों जेवरात को लूटने और उसकी जिंदगी को लाचार बनाने वाले अपराधी आजतक पुलिस की पकड़ से दूर खुलेआम घूमकर रहे हैं.

इस पूरे घटनाक्रम को लेकर हालत यह कि ऋषिकेश कोतवाली पुलिस लाखों की इस लूट का खुलासा करना तो दूर घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को लेकर आज तक एक इंच का भी सुराग पता नहीं लगा पायी हैं, जो अपनेआप में हैरान परेशान करने वाला विषय है.

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पीड़ित की आर्थिक स्थिति हुई खराब

5 माह पहले पीड़ित सर्राफा व्यापारी वीरेंद्र सिंह चौहान को बदमाशों की गोली लगने से उनके शरीर का निचला हिस्सा पूरी तरह से लकवाग्रस्त हो गया हैं. जिसके चलते ज्वेलर्स का परिवार आर्थिक तंगहाली के दौर से गुजर रहा है.

ऐसे में पीड़ित व्यापारी ने अपने दर्दभरे लहजे में कहा कि उसका सब कुछ लूट गया. पुलिस आज तक अपराधियों को नहीं पकड़ पाई और न ही उनके लूटे हुए सामान को बरामद कर पाई. ऐसे में उनका भरोसा कानून व्यवस्था से उठता जा रहा है. घटना के बाद से परिवार की आर्थिक हालत दिनोंदिन दयनीय होती जा रही है, आगे क्या होगा इसका कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा हैं.

विशेष टीम कार्य कर रही है : DG
उधर इस मामले में राज्य में अपराध व कानून व्यवस्था की कमान संभालने वाले महानिदेशक अशोक कुमार का मानना है कि वैसे तो राष्ट्रीय स्तर पर लूट के मामले को वर्कआउट करने का प्रतिशत अन्य राज्यों की तुलना में उत्तराखंड पुलिस का काफी बेहतर है.

ऋषिकेश में हुई इस गंभीर घटना को अब तक वर्कआउट न कर पाना सही नहीं हैं. ऐसे में देहरादून एसएसपी को निर्देश दिए गए हैं कि वह व्यक्तिगत तौर पर इस मामले का संज्ञान लेते हुए एसपी देहात के नेतृत्व में टीम बनाकर जल्द से जल्द अपराधियों की धरपकड़ कर घटना के वर्कआउट के लिए निर्देश दिए गए हैं.

क्या था मामला
मामला इसी वर्ष 19 मई 2019 का है. ऋषिकेश के टिहरी विस्थापित क्षेत्र के निर्मल नगर में सर्राफा व्यापारी वीरेंद्र सिंह चौहान रात लभगभ 8 बजे के आसपास दुकान बंद कर घर जा रहे थे, तभी बाइक सवार हथियारबंद बदमाशों ने उनको गोली मारकर सोना व जेवरात से भरा बैग लूट लिया.
जानलेवा हमलाकर बदमाशों द्वारा लूटे गए जेवरातों की कीमत 40 लाख से अधिक आंकी गई हैं. लूट की इस घटना के 6 माह गुजर जाने के बावजूद ऋषिकेश कोतवाली पुलिस इस मामले के खुलासे में 1 इंच भी आगे नहीं बढ़ सकी, जिसके कारण ऋषिकेश सराफा व्यापारियों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश है.

Last Updated : Oct 16, 2019, 1:44 PM IST

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