देहरादून: साल 2020 में कोरोना महामारी की दस्तक के बाद से जहां आम जनता महंगाई से त्रस्त है, तो वहीं कई दवाओं के दामों में भी बीते एक साल में 15 से 20 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो चुकी है. इसमें विशेषकर वह लाइफ सेविंग ड्रग्स शामिल हैं, जिनका पैकेजिंग मैटेरियल और API (Active Pharmaceutical ingredients ) विदेशों से भारत में आयात होता है.
बता दें, भारत में मुख्य रूप से हृदय रोग, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, एंटीबायोटिक और कई विटामिन दवाइयों का एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट चीन से आयात होता है. इसके लिए भारत की चीन पर निर्भरता 80 से 90 फीसदी तक है. ऐसे में API कस्टम ड्यूटी के भारत में 35.7 फीसदी हो जाने से भारत में यह दवाइयां बीते एक साल में 15 से 20 फीसदी तक महंगी हो चुकी हैं.