देहरादून:बीते दिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की किताब 'मेरा जीवन लक्ष्य उत्तराखंडियत' का लोकार्पण हो गया है. किताब का लोकार्पण जगदगुरु शंकराचार्य राज राजेश्वराश्रम महाराज ने किया. वहीं किताब को लेकर सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. हरीश रावत ने अपनी किताब में कई किस्सों का जिक्र किया है. जिसमें उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत और पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी की भूमिका को लेकर भी सवाल उठाए हैं. ऐसे में बीजेपी के नेता भी किताब को लेकर हरीश रावत पर निशाना साध रहे हैं.
हरीश रावत की किताब को लेकर सियासत तेज, हरदा ने दी नसीहत
कांग्रेस नेता हरीश रावत की बुक ने उत्तराखंड में राजनीति गर्मा दी है. हरीश रावत सीधे-सीधी बीजेपी के निशाने पर हैं. जिसके बाद हरीश रावत ने पलटवार करते हुए बीजेपी के नेताओं को नसीहत दी है. कहा कि चिंता करने की जरूरत बीजेपी को है.
गौर हो कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने बीजेपी के वार पर पलटवार किया है. हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 'भाजपा के एक शीर्ष व्यक्ति कहते हैं कि यह "पुस्तक" कांग्रेस के झगड़े बढ़ायेगी! जो भी कांग्रेस का व्यक्ति इस पुस्तक को पढ़ेगा 2014 से 2017 तक के कालखंड में वह पायेगा कि उत्तराखंड के निर्माण और नव निर्माण में उसका भी योगदान था, तो यह कांग्रेस को जोड़ेगी, चिंता आपके माथे पर होनी चाहिए.
पढ़ें-सियासत के किस्सों से भरी है हरदा की 'उत्तराखंडियत', राजराजेश्वराश्रम महाराज ने किया लोकार्पण
बता दें कि किताब के लोकार्पण के दौरान हरीश रावत किताब के किस्सों पर सफाई देते हुए दिखाई दिए थे. वहीं आगामी लोकसभा चुनावों से पहले हरीश रावत की किताब चर्चा में बनी हुई है. हरीश रावत ने किताब में उन तमाम घटनाओं को जगह देने की कोशिश की है जो उत्तराखंड में घटित हुई हैं. वहीं हरीश रावत की इस किताब ने एक बार फिर प्रदेश की सियासत का पारा बढ़ा दिया है.