देहरादूनःराजधानी में इन दिनों वाहनों के इंश्योरेंस के फर्जी कागज के नाम पर गोरखधंधा खूब फल-फूल रहा है. ताजा मामला तब प्रकाश में आया जब आरटीओ ने एक ट्रैक्टर के इंश्योरेंस के फर्जी कागज पकड़े. इस मामले में आरटीओ ने मालिक को नोटिस जारी किया तो इस पर मालिक ने फर्जीवाड़े का आरोप इंश्योरेंस एजेंट पर ही मढ़ दिया. अब ट्रैक्टर मालिक की तहरीर पर पुलिस जांच कर रही है. वहीं आरटीओ द्वारा भी अपने स्तर पर जांच की जा रही है.
मिली जानकारी के अनुसार, आरके पुरम निवासी जुल्फिकार ने परिवहन विभाग में ट्रैक्टर के इंश्योरेंस सहित अन्य कागजात जमा कराए थे. आरटीओ विभाग के कर्मचारियों द्वारा जब कागज की जांच कराई गई तो कागज फर्जी होने के आशंका लगी. ऐसे में एआरटीओ के निर्देश पर बीमा कंपनी से जानकारी ली तो कागजात फर्जी निकले.
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दूसरी ओर जुल्फिकार ने इस मामले में डीआईजी से भी शिकायत करते हुए इंश्योरेंस एजेंट के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. कुछ दिन पहले ही जुल्फिकार ने आरटीओ कर्मचारी पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए विजिलेंस में शिकायत की थी. शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस टीम ने आरटीओ के एक कर्मचारी और दो ब्रोकरों सहित तीन को गिरफ्तार किया था. इस मामले में भी जांच लंबित है.
एआरटीओ द्वारका प्रसाद के अनुसार, आरटीओ में एक ट्रैक्टर रजिस्टर्ड हुआ था. उस वाहन के संबंध एक शिकायत आई थी कि जिसमें इसका बीमा संदिग्ध लग रहा था. इसके लिए बीमा कंपनी से जांच करवाई गई तो इंश्योरेंस के कागज फर्जी पाए गए. ऐसे में आरटीओ की ओर से मालिक जुल्फिकार को नोटिस जारी किया गया. साथ ही आरटीओ विभाग अपने स्तर से भी जांच कर रहा है.