ऋषिकेश: हाईकोर्ट की रोक के बावजूद ऋषिकेश की विस्थापित कॉलोनी (Migrant Colony of Rishikesh) में लगातार अवैध बहुमंजिला इमारतों का निर्माण (illegal multi storey buildings construction) किया जा रहा है. कई बार विस्थापितों ने एमडीडीए और प्रशासन से गुहार लगाया, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकाला. जिससे नाराज पुनर्वास संघर्ष समिति (Rehabilitation Struggle Committee) ने एमडीडीए और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन (Protest against MDDA and administration) किया. साथ ही शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का पूतला फूंका.
विस्थापित कॉलोनी में बहुमंजिला इमारतों के निर्माण से नाराज पुनर्वास संघर्ष समिति से जुड़े सदस्यों ने क्षेत्र में रैली निकाला और शहरी विकास मंत्री का पुतला फूंका. इस दौरान समिति के सदस्यों ने चेतावनी दी कि यदि जल्दी ही बहुमंजिला इमारतों पर सीलिंग की कार्रवाई एमडीडीए नहीं करेगा तो, उन्हें मजबूरन अपना आंदोलन उग्र करना पड़ेगा.
विस्थापित कॉलोनी निवासियों ने भी क्षेत्र में बन रही अवैध बहुमंजिला इमारतों के खिलाफ रैली निकाली. लोगों ने एमडीडीए और शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही एमडीडीए और प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. वहीं, शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल (Urban Development Minister Premchand Aggarwal) के आश्वासन को भी अधूरा करार दिया. अवैध निर्माण से गुस्साए लोगों ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का पुतला फूंका और अपना रोष जाहिर किया.
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पुनर्वास संघर्ष समिति के अध्यक्ष हरि भंडारी ने कहा अधिकारी बेलगाम हो गए हैं और अपनी जुबान पर कायम रहने के लिए तैयार नहीं हैं. सरकार के मंत्री भी आश्वासन देकर कार्रवाई करवाना भूल रहे हैं. ऐसे में लोगों के अंदर गुस्सा भड़कना लाजमी है. अवैध रूप से बन रही बड़ी-बड़ी इमारतों की वजह से लोगों के घरों में धूप तक नहीं पहुंच रही है. हवा पानी के लिए भी लोगों को ऐसी स्थिति में तरसना पड़ सकता है. उन्होंने चेतावनी दी जल्दी ही एमडीडीए ने अवैध इमारतों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की तो, उनको अपना आंदोलन और ज्यादा उग्र करना पड़ेगा.