उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

ओंकार सिंह ने संभाला UTU के कुलपति का पदभार, पीपी ध्यानी बोले 'काम चलाऊ व्यवस्था हितकारी नहीं' - ओंकार सिंह को यूटीयू का चार्ज

प्रोफेसर ओंकार सिंह ने उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति का पदभार संभाल लिया है. उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए की गई है. इससे पहले पीपी ध्यानी यूटीयू के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे. जाते-जाते पीपी ध्यानी ये कह गए कि विश्वविद्यालय में काम चलाऊ व्यवस्था हितकारी नहीं होती है.

Uttarakhand Technological University
ओंकार सिंह ने संभाला UTU के कुलपति का पदभार

By

Published : Jul 20, 2022, 11:16 AM IST

देहरादूनःउत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (Uttarakhand Technical University) के नव नियुक्त कुलपति प्रोफेसर ओंकार सिंह ने अपना चार्ज संभाल लिया है. अभी तक श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीपी ध्यानी कुलपति का अतिरिक्त प्रभार संभाले हुए थे. अब उन्होंने नव नियुक्त नियमित कुलपति प्रो. ओंकार सिंह को यूटीयू (UTU) का चार्ज सौंपा है.

बता दें कि श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर पीपी ध्यानी ने 3 मार्च 2021 को वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया था. उन्होंने 1 साल 4 महीने और 15 दिनों तक कुलपति का चार्ज संभाला. अब उन्होंने कुलपति का कार्यभार उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के नव नियुक्त नियमित कुलपति प्रोफेसर ओंकार सिंह को हस्तांतरित कर दिया. इस मौके पर उन्होंने नव नियुक्त कुलपति ओंकार सिंह को विश्वविद्यालय की उपलब्धियां से अवगत कराया. साथ ही विश्वविद्यालय को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए शुभकामनाएं दी.

काम चलाऊ व्यवस्था हितकारी नहींः कार्यभार हस्तांतरण के मौके पर डॉ. पीपी ध्यानी ने कहा कि एडोक्रेसी/तदर्थ/अतिरिक्त प्रभार/काम चलाऊ व्यवस्था के तहत राज्य में कुलपतियों, कुलसचिवों, परीक्षा नियंत्रकों एवं वित्त अधिकारियों की नियुक्तियां विश्वविद्यालयों के हित में नहीं होता है. ऐसे में काम चलाऊ व्यवस्थाओं से विश्वविद्यालयों को किसी भी हालत में उत्कृष्ट नहीं बनाया जा सकता है.

यूटीयू के नए कुलपति के बारे में जानिएःप्रोफेसर ओंकार सिंह मैकेनिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में देश ही नहीं, बल्कि विश्व में ख्याति प्राप्त शिक्षाविद हैं. ओंकार हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विश्वविद्यालय, कानपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के सबसे वरिष्ठतम प्रोफेसर हैं. वे 17 दिसंबर 2013 से 28 अप्रैल 2017 तक मदन मोहन मालवीय प्राविधिक विश्वविद्यालय गोरखपुर और उत्तर प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय लखनऊ में भी कुलपति के पदीय दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं.

प्रोफेसर ओंकार सिंह कई महत्वपूर्ण संस्थाओं जिनमें अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, एनबीए, आईआईटी कानपुर, आईआईटी-बीएचयू बनारस, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, नोएडा, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, जन नायक चंद्र शेखर विश्वविद्यालय बलिया समेत कई उच्च तकनीकी संस्थाओं में विभिन्न महत्वपूर्ण समितियों में सदस्य रहे. जहां उन्होंने अपनी लग्नशीलता, कर्मठता के दम पर अपने ज्ञान का लोहा मनवाया है.

ये भी पढ़ेंःप्रोफेसर ओंकार सिंह बने उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति

वहीं, नवनियुक्त कुलपति ओंकार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि विश्वविद्यालय को डिजिटल प्रणाली के आधार पर विकसित करने, छात्र हित में कार्यों को त्वरित एवं नियमानुसार करने पर बल दिया. साथ ही विश्वविद्यालय के उत्थान के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को साथ लेकर कार्य करने की वचनबद्धता व्यक्त की. तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय को देश-दुनिया में उच्च स्तरीय मुकाम हासिल हो, ऐसा हर संभव प्रयास उनकी ओर से किया जाएगा. जल्द ही प्रदेश के सभी सम्बद्ध संस्थानों/महाविद्यालयों में इसी शैक्षिक सत्र से राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति 2020 (National New Education Policy 2020) का क्रियान्वयन किया जाएगा.

उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट में कुल 163 मामले, डॉ. ध्यानी का कोई फैसला नहीं गया कोर्टःबता दें कि उत्तराखंड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय यानी उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय (UTU) पूर्व में कई कारणों के कारण हमेशा विवादों और चर्चाओं में रहा है. जिससे छात्र-छात्राओं, कर्मचारियों आदि की ओर से नैनीताल हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में, विश्वविद्यालय के खिलाफ कई वाद दाखिल किए गए थे.

वर्तमान में 6 वाद सुप्रीम कोर्ट और 157 वाद नैनीताल हाईकोर्ट में लंबित हैं. इन लंबित न्यायिक प्रकरणों की प्रभावी ढंग से पैरवी करना विश्वविद्यालय के समक्ष आज एक बहुत बड़ी चुनौती बना हुआ है. लेकिन जब से डॉ. पीपी ध्यानी ने कुलपति का कार्यभार संभाला था, उनकी ईमानदारी, सख्त प्रशासनिक छवि और कायदे कानून के अनुसार कार्य करने की क्षमता के कारण उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय का कोई भी निर्णय विवादों में नहीं रहा.

ये भी पढ़ेंःUTU को मिला हिमालय राज्यों की बेस्ट गवर्नमेंट टेक्निकल यूनिवर्सिटी का अवॉर्ड

ABOUT THE AUTHOR

...view details