मसूरी: पहाड़ों की रानी मसूरी में नए साल का जश्न लोगों ने धूमधाम से मनाया. लोगों ने नए साल का स्वागत नाच-गाने और एक दूसरे को शुभकानाएं देते हुए किया. वहीं इस दौरान कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई गई. जिससे पुलिस के दावों की पोल खुल गई.
गौर हो कि उत्तराखंड में कोरोना के नए वेरिएंट 'ओमीक्रोन' के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक के लिए नाइट कर्फ्यू लगाया है. लेकिन मसूरी में नए साल के अवसर पर लोगों द्वारा नाइट कर्फ्यू का जमकर उल्लंघन किया गया.
मसूरी में नाइट कर्फ्यू की उड़ी धज्जियां. मसूरी में होटलों में रात्रि 12 बजे के बाद भी कार्यक्रम आयोजित होते रहे. लोग आराम से बाजारों में घूमते हुए नजर आए. मसूरी के होटल में आयोजित एक्का नाइट में देर रात तक कार्यक्रम चलता रहा. वह पत्रकारों के हस्तक्षेप के बाद पुलिस हरकत में आई. मसूरी के होटल में आयोजित एक्का नाइट को रोका गया. वहीं पुलिस जब होटल के मुख्यगेट पर पहुंची तो होटल संचालकों द्वारा गेट नहीं खोला. जिसको लेकर मसूरी सीओ नरेन्द्र पंत द्वारा सख्ती कर होटल में चल रहे कार्यक्रम को रुकवाया गया.
पढ़ें: ...ताकि नए साल के जश्न के रंग में न पड़े भंग
वहीं न्यू ईयर की तैयारियों को लेकर पुलिस के दावों की पोल खुल गई. बता दें कि, उत्तराखंड में 31 दिसंबर को देहरादून में कोरोना के 48 नए मरीज मिले थे. जिसके बाद से स्वास्थ्यव विभाग अलर्ट पर है. साथ ही एक मरीज की मौत भी हो गई.