डोईवाला: जहां एक तरफ दिवाली पर चाइनीज सामान का विरोध किया जा रहा है. वहीं, महिलाएं एलईडी बल्ब और रंग बिरंगी लड़ियां बनाने में उत्साह दिखा रही हैं. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और स्पेक्स संस्था महिलाओं को ट्रेनिंग देकर आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर रही है.
डोईवाला ब्लॉक में महिलाओं को एलईडी बल्ब और लड़ियां बनाने की ट्रेनिंग दी गई, जिसमें महिलाओं ने एलईडी बल्ब, लड़ियां और खराब बल्ब की रिपेयरिंग का कार्य सीखा. डोईवाला में ट्रेनिंग पूरी करने वाली महिलाओं को राज्य मंत्री करण वोहरा द्वारा प्रमाण पत्र और किट प्रदान किया गया.
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राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े नवीन कुमार ने बताया कि सरकार की पहल है कि महिलाएं आत्मनिर्भर बने. इसी के तहत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन और स्पेक्स संस्था महिलाओं को एलईडी बल्ब, लड़ी और रिपेयरिंग का काम सिखा रही है. डोईवाला में सैकड़ों महिलाओं को ट्रेनिंग प्रदान की गई है और महिलाएं बड़ी उत्साह के साथ ट्रेनिंग कर रही है. ट्रेनिंग लेने के बाद यह महिलाएं अपने गांव जाकर रोजगार से जुड़कर दूसरी महिलाओं को भी स्वरोजगार से जोड़ने का कार्य करेंगी.
स्पेक्स संस्था के संचालक ब्रज भूषण शर्मा ने बताया कि वे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पूरे उत्तराखंड में कार्य कर रहे हैं. सरकार के सहयोग से महिलाओं को ट्रेनिंग दी जा रही है, जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें.