देहरादून: कोरोना की तीसरी लहर के संभावित खतरे के देखते हुए उत्तराखंड सरकार ने पहले ही कांवड़ यात्रा पर रोक लगा दी थी. वहीं कोई कांवड़ियां हरिद्वार न पहुंचे सके, इसको लेकर हरिद्वार पुलिस-प्रशासन ने जिले की सीमाओं के साथ रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर सख्ती कर रखी है. हालांकि फिर भी कुछ कांवड़िए पुलिस को चकमा देते हुए हरिद्वार पहुंच जा रहे है, जिन्हें पुलिस वापस भेज रही है. हरिद्वार पुलिस बीते तीन दिनों के अंदर 3675 कांवड़ियों को वापस भेज चुकी है.
कांवड़ियों के लिए हरिद्वार जिले की सभी सीमाएं सील हैं. जिले के बॉर्डर पर हरिद्वार पुलिस का सख्त पहरा है. किसी भी कांवड़िए को जिले की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. हालांकि फिर भी कुछ कांवड़िए ट्रेन और बसों के जरिए हरिद्वार पहुंच जा रहे है, लेकिन वे गंगा घटों पर जाने में कामयाब नहीं हो पा रहे है. क्योंकि पुलिस ने उन्हें रेलवे स्टेशन और बसों अड्डों से वापस भेज दे रही है.
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हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर तो पुलिस ने ऐसे कांवड़ियों के लिए बसें खड़ी कर रखी है. हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर पुलिस को जो भी कांवड़ियां मिलता है, उसे बस में बैठकार जिले की सीमा के बाहर छोड़ दिया जाता था. उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय से जो आंकड़े मिले है, उसके मुताबिक बुधवार 27 जुलाई तक हरिद्वार जिले के नारसन, भगवानपुर और खानपुर बॉर्डर से पुलिस अभीतक 1174 दोपहिया वाहनों को वापस भेज चुकी है.