देहरादून: सूबे के जलागम मंत्री सतपाल महाराज की ओर से जलागम प्रबंध निदेशालय की ग्रीन एग्रीकल्चर परियोजना का शुभारंभ किया गया. इस परियोजना से पौड़ी जनपद के राजाजी कॉर्बेट वन्य जीव कॉरिडोर तथा कॉर्बेट वन्य जीव परिदृश्य क्षेत्र के 1065 गांवों के 2,18,000 लोगों को लाभ मिलेगा.
क्या है ग्रीन एग्रीकल्चर परियोजना ?
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य राजस्व ग्रामों में जलवायु परिवर्तन, न्यूनीकरण कृषि क्षेत्र सुधार, जैव विविधता संरक्षण और मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करना है. हालांकि इस योजना को पिछले साल ही शुरू होना था, लेकिन कोरोना के चलते एक साल से ज्यादा देरी से यह योजना शुरू हो रही है.
ग्रीन एग्रीकल्चर परियोजना का शुभारंभ ये भी पढ़ें: केदारपुरी में DDMA ने उदक कुंड का किया जीर्णोद्धार, 2013 की आपदा में मिट गया था नामोनिशान
ग्रीन एग्रीकल्चर परियोजना
ग्रीन एग्रीकल्चर परियोजना 7 वर्षीय परियोजना है. इस संबंध में ज्यादा जानकारी देते हुए जलागम मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि इस योजना के तहत पौड़ी जनपद के राजाजी कॉर्बट वन्य जीव कॉरिडोर और कॉर्बेट वन्य जीव परिदृष्य क्षेत्र के लोगों को लाभ मिलेगा.
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बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
जलागम मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि इस परियोजना से पौड़ी जनपद के राजाजी कॉर्बेट वन्य जीव कॉरिडोर तथा कॉर्बेट वन्य जीव परिदृश्य क्षेत्र के 1065 गांवों के 2,18,000 लोगों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे. इसके साथ ही इस योजना के तहत इस इलाके की चिह्नित बंजर जमीनों को उपजाऊ बनाकर वहां डालें और अन्य तरह के औषधीय पौधे उगाए जाएंगे. जिससे सीधे तौर पर स्थानीय लोगों को लाभ पहुंचेगा.