ऋषिकेश:रंगों के त्योहार होली की रौनक अब धीरे-धीरे बाजारों में दिखने लगी है. स्थानीय दुकानों में होली के रंग, पिचकारी और अन्य सामान सजने लगे हैं. दुकानदारों का कहना है कि इस बार लोग सिंथेटिक रंगों की जगह हर्बल गुलाल को तरजीह दे रहे हैं. क्योंकि ये हर्बल कलर चेहरे को नुकसान नहीं पहुंचाते और स्वास्थ्य के लिहाज से भी अच्छे है.
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होली के त्योहार अब कुछ ही दिन नजदीक है. ऐसे में लोगों ने इस त्योहार को मनाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है. ऋषिकेश के बाजार भी ग्राहकों की मांग के अनुसार हर्बल रंगों से सजे है. साथ ही इस बार छोटे बच्चों के लिए बाजारों में कार्टून सीरीज की पिचकारियों की भरमार है. इसमें छोटा भीम, स्पाइडर मैन, मिकी माउस, डोरेमोन जैसी पिचकारियों की ब्रिकी जोरों पर है.
स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि इस बार लोगों का रुझान हर्बल कलर की तरफ ज्यादा है. लिहाज डिमांड को देखते हुए हर्बल गुलाल को व्यापारियों द्वारा लाया गया है. यह लोगों की पहली पसंद है और लोग अब स्वस्थ्य के प्रति जागरुक हो रहे हैं. सिंथेटिक रंगों की मांग अब काफी कम है.