ऋषिकेश: उत्तराखंड में सिक्खों के पवित्र धाम हेमकुंड साहिब की यात्रा एक जून से शुरू होने वाली है. यात्रा को लेकर हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा कमेटी ने यात्रा में आने वाले सिक्ख श्रद्धालुओं से यातायात नियमों का पालन करने की अपील की. साथ ही दोपहिया वाहनों में ट्रिपल राइडिंग न करने का अनुरोध किया है.
गुरुद्वारा कमेटी ने जारी किए निर्देश. हेमकुंड साहिब की यात्रा करने के लिए लाखों श्रद्धालुओं के ऋषिकेश पहुंचने का अनुमान है. तीर्थनगरी पहुंचने के बाद तीर्थयात्री हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए आगे की ओर प्रस्थान करते हैं.
ये भी पढ़ें:4 लाख से अधिक रुपए में बिका 0001 नंबर, VIP नंबर को लेकर बढ़ा क्रेज
ऋषिकेश हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा कमेटी के प्रबंधक दर्शन सिंह ने तीर्थनगरी आने वाले श्रद्धालुओं से अनुरोध करते हुए कहा कि प्रदेश में आने के बाद वे नियमों का पालन करते हुए यात्रा करें, जिससे उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो. साथ ही यहां पहुंचने के बाद श्रद्धालु अपना पंजीकरण जरूर करवा लें. वहीं, श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए यातायात नियमों का ध्यान रखते हुए यात्रा करने का निवेदन किया है.
ऋषिकेश गुरुद्वारा कमेटी के प्रबंधक ने इन बातों को ध्यान में रखने की हिदायत दी है.
- ऋषिकेश पहुंचने के बाद अपना पंजीकरण करवाने के बाद आगे की यात्रा करें.
- यातायात नियमों का विशेष ध्यान रखें.
- दोपहिया वाहनों से यात्रा करने से बचें.
- अगर दोपहिया वाहन से आते भी हैं तो ट्रिपल राइडिंग न करें. साथ ही हेलमेट का प्रयोग करें.
- वाद-विवाद की स्थिति पैदा न हो इसलिए होटल या गेस्ट हाउस में रुकने से पहले रेट जरूर तय करें.
- घोड़ा या खच्चर पर बैठकर जाने से पहले रेट तय कर लें.
- बस या कार बुक करने से पहले पूरी तरह जांच पड़ताल कर तसल्ली जरूर कर लें.
- मैदानी क्षेत्रों की अपेक्षा पहाड़ी क्षेत्रों में सामान के दाम अधिक हो सकते हैं, इस लिए विवाद न करें.
- सभी से मिल-जुलकर भाईचारे के साथ रहकर यात्रा करें.
- हेमकुंड साहिब में बर्फ अधिक मात्रा में पड़ी है, इसलिए गर्म कपड़े लेकर यात्रा करें.
- यात्रा पर जाते समय छड़ी या फिर डंडा लेकर ही पैदल यात्रा करें.
- यात्रा के दौरान जूते को ही वरीयता दें.