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चंपावत उपचुनाव में प्रचार का अनोखा अंदाज, हरदा और धामी के तरीकों ने खींचा सबका ध्यान

चंपावत उपचुनाव के लिए होने वाले मतदान में बस दो दिन शेष रह गये हैं. ऐसे में यहां चुनाव प्रचार अपने आखिरी चरण में हैं. जिसके कारण हरीश रावत और पुष्कर सिंह धामी दोनों एक्टिव हो गये हैं. हरीश रावत और पुष्कर सिंह धामी दोनों नेता अपने-अपने अंदाज में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. दोनों ही चुनाव प्रचार के अनोखे अंदाज से जनता को लुभाने में लगे हैं.

colors of campaigning in Champawat by election
चंपावत उपचुनाव में प्रचार पॉलिटिक्स का अनोखा अंदाज

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Published : May 28, 2022, 4:45 PM IST

Updated : May 28, 2022, 8:37 PM IST

देहरादून: चंपावत उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोंनों ही दलों ने एड़ी चोटी का जोर लगाया हुआ है. भाजपा की ओर से चंपावत उपचुनाव में हर दिन स्टार प्रचारक चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. वहीं, धामी सरकार के मंत्री भी चंपावत उपचुनाव की इस जंग में मैदान में डेरा डाले हुए हैं. सीएम धामी भी लगातार अपने राजनीतिक भविष्य वाले इस चुनाव को लेकर काफी एक्टिव दिखाई दे रहे हैं. वे धूप, बारिश हर मौसम में संवाद करने जनता के बीच पहुंच रहे हैं. वहीं, बात अगर कांग्रेस की करें तो निर्मला गहतोड़ी के चुनाव प्रचार की कमान खुद हरीश रावत ने संभाली है. हरीश रावत अपने ही अंदाज में जनता से निर्मला गहतोड़ी से पक्ष में वोट करने की अपील कर रहे हैं. कुल मिलाकर चंपावत में इन दिनों उपचुनाव के अलग-अलग राजनीतिक रंग देखने को मिल रहे हैं.

अपने पुराने तरीके से प्रचार में जुटे हरीश रावत: चंपावत उपचुनाव में अब महज 2 दिनों का वक्त बचा है. ऐसे में कांग्रेस की तरफ से हरीश रावत ने चुनाव प्रचार का मोर्चा संभाला है. हरीश रावत अपने चिर परिचित अंदाज में चंपावत की गलियों में घूम रहे हैं. वे कभी गाड़ी रुकवा कर जनता से मिल रहे हैं तो कभी पहाड़ी फलों के माध्यम से लोगों से कनेक्ट होने की कोशिश कर रहे हैं. बीते दिनों हरीश रावत जब हल्द्वानी से चंपावत के लिए रवाना हो रहे थे तो उन्होंने हाईवे पर गड्ढा देख वहीं पर धरना देना शुरू कर दिया. इस दौरान उन्होंने धामी सरकार पर जमकर हमला बोला. हरदा की इस गड्ढा पॉलिटिक्स का साफ मतलब था कि उनका यह धरना न केवल हल्द्वानी बल्कि चंपावत में वोटरों का ध्यान खिचने के लिए भी था. इस दौरान हरीश रावत ने कहा राज्य सरकार विकास पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. राज्य में सड़क से लेकर रोजगार के बुरे हाल हैं.

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हरीश रावत का पहाड़ी अंदाज:इतना ही नहीं चंपावत में बारिश के बीच भले ही कांग्रेस के नेता न निकल रहे हो लेकिन हरीश रावत अकेले ही चंपावत की सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं. 2 दिन पहले जब पूरे राज्य में तेज बारिश हो रही थी तो चंपावत की सड़कों पर घूम रहे हरीश रावत ने अचानक देखा कि कुछ लोग गाड़ी में बैठे हुए हैं. जिसके बाद वे अपनी गाड़ी रुकवा कर अपने ही अंदाज में उनसे मिले. हरीश रावत का अंदाज लोगों को खूब पसंद आया. हरीश रावत ने अपनी प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी के लिए इसी तरह वोट भी मांगे. इतना ही नहीं प्रदीप टम्टा, यशपाल आर्य और दूसरे कांग्रेस नेता जब चुनाव में प्रचार के लिए निकल रहे थे तब भी हरदा ने महफिल लूटी. हरीश रावत इन सभी नेताओं के साथ काफल का आंनद लेते दिखाई दिये.

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भगवान के दर पर हरदा: चंपावत उपचुनाव को लेकर हरीश रावत मंदिरों में भी मत्था टेक रहे हैं. आज भी चंपावत के चुनाव में वह लगातार मंदिरों के दर्शन कर रहे हैं. साथ ही वे वहां मौजूद भक्तों से कांग्रेस के पक्ष में वोट डालने की अपील भी कर रहे हैं. हरीश रावत तमाम चुनावों में कभी चाय की ठेलियों पर खड़े होकर तो कभी कढ़ी चावल की दुकान पर जाकर खाना खाते देखे गये हैं. हरीश रावत का ये ही अंदाज लोगों को भा रहा है. हरदा के इसी अंदाज के कारण लोग उनसे कनेक्ट करते हैं. हरीश रावत भी शायद जनता की नब्ज को समझते हैं. इसका ही कारण है कि वे हमेशा ही कुछ नया करते हुए लोगों के बीच पहुंचते हैं, उनकी आवाज बनने की कोशिश करते हैं. इतना ही नहीं वे सत्ता पक्ष और उसके संगठन के लिए भी इसी अंदाज में परेशानी खड़ी करते हैं.

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धामी भी प्रचार में खींच रहें है ध्यान: हरीश रावत इस तरह ही सीएम धामी भी चंपावत उपचुनाव में काफी एक्टिव दिखाई दे रहे हैं. पुष्कर सिंह धामी को भी चुनाव प्रचार के दौरान अलग-अलग अंदाज में देखा गया. विधानसभा चुनावों में जहां उन्हें दुकानों में बैठकर कॉफी पीते हुए देखा गया था तो मौजूदा उपचुनाव में भी वे अलग रंग में देखे जा रहे हैं. चंपावत चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने काफिले के साथ चंपावत का भ्रमण कर रहे हैं. इस दौरान वे कभी ठेली पर भुट्टा खाते दिखाई देते हैं तो कहीं पर वे यूं ही लोगों के बीच बातचीत करने पहुंच जाते हैं. चंपावत उपचुनाव में सीएम धामी अपने प्रचार के तरीकों से लोगों का ध्यान खींचने की कोशिश कर रहें हैं.

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जब यात्रियों के साथ लाइन में लगे धामी: पुष्कर सिंह धामी ने लोगों का ध्यान तब अपनी तरफ खींचा जब बीते दिनों वह 2 दिनों के दिल्ली दौरे पर थे. उन्हें हवाई मार्ग से दिल्ली जाना था क्योंकि इस समय वह प्रत्याशी है लिहाजा से सरकारी हेलीकॉप्टर का प्रयोग नहीं कर सकते थे. ऐसे में उन्होंने यात्रियों के साथ ही दिल्ली जाने का प्लान बनाया. उन्होंने लाइन में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार किया. प्लेन में जाने के बाद वहां मौजूद यात्रियों से उन्होंने बातचीत भी की. इस घटना के फोटोग्राफ्स और वीडियो बाहर आने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कई दिनों तक चर्चा में बने रहे.

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चंपावत उपचुनाव में बीजेपी के फायर ब्रांड नेता:चंपावत उपचुनाव धामी सरकार के साथ ही संगठन के लिए भी अहम चुनाव है. ये चुनाव भाजपा की अस्मिता का चुनाव बन गया है. यही कारण है कि भाजपा ने चंपावत उपचुनाव में अपने फायर ब्रांड नेताओं को उतारा. चंपावत उपचुनाव की घोषणा होने के बाद से शायद ही ऐसा कोई दिन होगा जब यहां भाजपा के किसी नेता की रैली न हुई है. यहीं नहीं धामी सरकार के मंत्री भी इस चुनाव में रात दिन लगे रहे. यहां महिला वोटरों को साधने के लिए बाकायदा पार्टी ने रेखा आर्य को जिम्मेदारी दी. चुनाव से महज दो दिन पहले चंपावत में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीएम पुष्कर सिंह धामी के लिए प्रचार किया. इस दौरान उन्होंने सीएम धामी के समर्थन में रोड शो निकालते हुए जनता संपर्क साधा.

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3 जून तय करेगा किसके प्रचार में है दम: हरीश रावत की तरह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मंदिरों और गुरुद्वारों में मत्था टेकते हुए दिखाई दे रहे हैं. खटीमा, चंपावत, बनबसा, टनकपुर के कोई ऐसा मंदिर नहीं होगा जहां पुष्कर सिंह धामी को पूजा अर्चना करते हुए ना देखा गया गया हो. हरीश रावत और पुष्कर सिंह धामी दोनों ने इस चुनाव को लेकर जोर शोर से प्रचार किया है. ऐसे में अब ये तो 3 जून को ही पता चलेगा कि चंपावत की चुनौती में किसके प्रचार में ज्यादा दम था.

Last Updated : May 28, 2022, 8:37 PM IST

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