हल्द्वानी: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद से ही पार्टी में बवाल मचा हुआ है. अब पार्टी के कई नेता हार के लिए प्रदेश प्रभारी और हाईकमान को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. इसी कड़ी में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कांग्रेस वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह कुंजवाल ने भी माना है कि कांग्रेस में आपसी मतभेद के कारण पार्टी को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है.
कुंजवाल ने कहा कि चुनाव के समय उत्तराखंड कांग्रेस दो गुटों में बंट गई थी. उन्होंने कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पर आरोप लगाया कि उन्होंने पार्टी के अंदर दूरियां बढ़ाने का काम किया. साथ ही एक विशेष गुट के लिये काम किया. कांग्रेस में आपसी मतभेद के कारण आज हमें हार का सामना करना पड़ा है.
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उन्होंने कहा एक साजिश के तहत पूर्व सीएम हरीश रावत और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का हराया गया है. यही नहीं चुनाव के दौरान जो भी प्रदेश प्रभारी, जिला प्रभारी और विधानसभा प्रभारी भेजे गए, उन्होंने हरीश रावत और उनके करीबियों को हराने के लिए साजिश रची. इसलिए कांग्रेस की हार के कारणों की समीक्षा कर प्रभारियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
गोविंद कुंजवाल ने कहा हरीश रावत कांग्रेस के बड़े नेता हैं. उन्होंने उत्तराखंड के लिए बहुत कुछ किया है, लेकिन कांग्रेस की आपसी गुटबाजी के चलते कांग्रेस उत्तराखंड में खत्म हो रही है. कांग्रेस में पूरे प्रदेश की समीक्षा की जा रही है. जो भी खामियां रही हैं और जो पार्टी में गुटबाजी रही है, उन पर कार्य किया जा रहा है. जो भी दोषी पाया गया उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. क्योंकि यह सोचनीय विषय है कि जिस तरह पार्टी में भितरघात हुआ है, उस पर विचार विमर्श बड़ी गहनता से किया जाना चाहिए.
गौरतलब है कि देवेंद्र यादव उत्तराखंड कांग्रेस के प्रभारी हैं. देवेंद्र पर कांग्रेस के अनेक नेताओं ने गुटबाजी कराने का आरोप लगाया था. उन पर टिकट वितरण को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए गए थे. अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह कुंजवाल ने तो हार के लिए देवेंद्र यादव को ही जिम्मेदार ठहरा दिया है. कुंजवाल ने देवेंद्र यादव का सीधे नाम नहीं लेते हुए हरीश रावत रावत की हार में भी उनकी साजिश बताया है.