देहरादूनःउत्तरकाशी जिले की गंगोत्री विधानसभा के विधायक गोपाल रावत का गुरुवार को निधन हो गया. भाजपा विधायक गोपाल रावत लंबे वक्त से कैंसर से पीड़ित थे. हाल ही में उन्हें पीलिया की शिकायत पर देहरादून के गोविंद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उनका निधन हो गया.
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गोपाल रावत को कैंसर की शिकायत थी. इसके कारण मुंबई के कैंसर अस्पताल में भर्ती हुए थे. मुंबई कैंसर अस्पताल में स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद वे उत्तराखंड वापस लौट आए थे. हाल ही में गोपाल रावत को पीलिया की शिकायत हुई थी, जिसके बाद उन्हें देहरादून के गोविंद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. करीब 4 दिन पहले अस्पताल में भर्ती हुए गोपाल रावत का लगातार इलाज चल रहा था. लेकिन गुरुवार को अचानल गोपाल रावत की हालत बिगड़ गई. जिसके बाद उनका निधन हो गया. गोपाल रावत के साथ उनके बेटे उनकी बेटी और मामी देहरादून के गोविंद अस्पताल में मौजूद हैं. गोपाल रावत के करीबी प्रदीप पंवार का कहना है कि उन्हें मुंबई के अस्पताल में काफी समय तक भर्ती रखा गया. उनके इलाज में हरसंभव प्रयास किए गए, लेकिन पीलिया ने उनकी जान ले ली.
गंगोत्री तय करती है प्रदेश की सरकार !
गंगोत्री सीट से भाजपा के दिग्गज नेता और विधायक गोपाल रावत गंगोत्री में एक जाना माना चेहरा थे. सौम्य स्वभाव के गोपाल रावत गंगोत्री सीट पर भाजपा की जान कहा जाता था. गंगोत्री सीट के लिए उत्तराखंड में माना जाता है कि इस सीट पर जीतने वाले व्यक्ति या दल की ही राज्य में सरकार बनती है. लिहाजा यह सीट हमेशा ही इन मान्यताओं के चलते राजनीतिक दलों के लिए भी बेहद खास रही है. गंगोत्री सीट पर भाजपा के गोपाल रावत कांग्रेस प्रत्याशी को कड़ा मुकाबला देते आए हैं. उन्होंने कई बार इस सीट से विधानसभा में प्रतिनिधित्व किया है.
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