देहरादून: कोरोना की मार बेरोजगारों पर साफ देखी जा सकती है. जहां कोरोनाकाल में हर कोई परेशानियों से दो-चार हो रहा है. वहीं, एमए और बीएसी पास लड़के नौकरी पाने के लिए लंबी-लंबी कतारों में देखे गए. जिसमें नौकरी गंवाने वाले नौजवान काफी संख्या में आए हुए थे. जिसका मकसद नौकरी पाना और अपने परिवार को कोरोनाकाल की आर्थिक परेशानियों से निकालना था. नौकरी पाने की जद्दोजहद ऐसी थी की पोस्ट ग्रेजुएट युवा भी डिलीवरी ब्याय के लिए भी आवेदन करते दिखाई दिए.
गौर हो कि कोरोनाकाल के बीच राजधानी देहरादून स्थित क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय में रोजगार मेले का आयोजन किया गया. जिसमें कुल 297 अभ्यर्थियों ने प्रतिभाग किया. वहीं, इनमें से 143 अभ्यर्थियों का विभिन्न कंपनियों में साक्षात्कार के माध्यम से चयन किया गया.
रोजगार मेले में दिखी बेरोजगार युवाओं की तंगहाली. सेवायोजन अधिकारी प्रवीण चंद्र गोस्वामी ने बताया कि 7 कंपनियां जिसमें फार्मास्यूटिकल कंपनियों के साथ ही 108 कैंप सर्विसेज और अन्य सेल्स एंड मार्केटिंग के क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां अभ्यार्थियों के साक्षात्कार के लिए पहुंची थी. ऐसे में सभी अभ्यर्थियों को अलग-अलग टाइम स्लॉट पर साक्षात्कार के लिए बुलाया गया था.
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जिसमें से कुल 143 अभ्यर्थियों का अलग-अलग कंपनियों में चयन हो चुका है. इसमें ऑफिस ऑपरेटर, मशीन ऑपरेटर डिलीवरी ब्वाय, सेल्स एंड मार्केटिंग स्टाफ और ड्राइवर का पद शामिल हैं. बता दें कि साक्षात्कार के दौरान क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए अभ्यर्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग और सोशल डिस्टेंसिंग की उचित व्यवस्था की गई थी. इसके साथ ही सभी अभ्यर्थियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य था.