देहरादून: पूर्व शिक्षा मंत्री और गदरपुर से बीजेपी विधायक अरविंद पांडे को धामी सरकार 2.0 की कैबिनेट में जगह नहीं मिली है, जिससे उनके समर्थक काफी मायूस नजर आ रहे हैं. गुरुवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे ने जब अपना सरकारी आवास खाली किया तो वहां का पूरा माहौल गमगीन हो गया था. अरविंद पांडे ने जब सरकारी बंगला खाली किया तो वहां मौजूद सभी कर्मचारियों और उनके परिजनों की आंखों में आंसू छलकते हुए दिखाई दिए.
अरविंद पांडे बोले- मंत्री पद के लिए नहीं करूंगा किसी की परिक्रमा, सरकारी आवास छोड़ने पर स्टाफ हुआ भावुक
उत्तराखंड बीजेपी में यूं तो अप्रत्याशित जीत और मंत्रिमंडल का गठन होने के बाद खुशी का माहौल है, लेकिन आज 24 मार्च देहरादून में यमुना कॉलोनी स्थित मंत्री आवास पर कुछ गमगीन माहौल देखने को मिला. अरविंद पांडे ने बलराज पासी के पैर छूते हुए सरकारी आवास को छोड़ा, जिसके बाद उनके आवास के कर्मचारियों की आंखों से आंसू छलक आए.
पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडेय
पूर्व मंत्री अरविंद पांडे को मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने के बाद आज उन्होंने यमुना कॉलोनी स्थित मंत्री आवास को छोड़ दिया. इस दौरान उनकी पत्नी भी उनके साथ थी. खास बात ये रही कि अरविंद पांडे ने इससे पहले अपने कर्मचारियों के साथ भोजन किया और उन्हें अलविदा कहा. इस पूरे समय में यहां के कई कर्मचारी अपने दिल के भाव को नहीं रोक पाए और रो पड़े. इस पूरे माहौल को देखकर अरविंद पांडे की पत्नी भी अपने आंसू नहीं रो पाई और उनकी आंखों में भी आंसू आ गये.
बता दें कि अरविंद पांडे गदरपुर विधानसभा से पांचवीं बार विधायक चुने गए हैं. वह पिछली पूर्व की बीजेपी सरकार में वे शिक्षा मंत्री भी रहे हैं. इस बार उन्होंने प्रदेश के उस मिथक को भी तोड़ा, जो कि यह था कि प्रदेश में जो भी शिक्षा मंत्री रहा, वह कभी चुनाव नहीं जीता.
Last Updated : Mar 24, 2022, 3:42 PM IST