देहरादून:प्रदेश के आपदा प्रबंधन राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बुधवार को सचिवालय स्थित डिजास्टर मिटिगेशन एंड मैनेजमेंट सेंटर(DMMC) में मॉनसून सीजन को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक की गई. बैठक के बाद मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य में प्राकृतिक आपदा की संभावनाएं हर समय बनी रहती है.
इसको ध्यान में रखते हुए राज्य में एक मजबूत आपदा प्रबंधन तंत्र की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर सबसे पहले आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास का विभागीय ढांचा तैयार किया जायेगा. इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं.आपदा प्रबंधन विभाग का मजबूत ढांचा राज्य स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर पर तैयार किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि जानमाल की जोखिम को कम करने के लिए अधिकारियों को जिला स्तर पर इनफॉर्मेशम सपोर्ट सिस्टम (IRS) और डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) लागू करने के निर्देश दिए हैं. इसका फायदा विशेष कर अति संवेदनशील क्षेत्रों के लोगों को मिलेगा और उन्हें आपदा से पूर्व अलर्ट किया जा सकेगा, साथ ही आपदा के बाद आपदा प्रभावित क्षेत्रों की स्थित का आकलन कर कम समय मे मॉनिटरिंग की जा सकेगी.
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मौसम संबंधी सूचनाओं में आसानी
बैठक में डॉ. रावत ने जानकारी दी कि सुरकंडा में डॉप्लर रडार स्टेशन का बेस बन कर तैयार हो चुका है. इससे राज्य में मौसम सम्बंधी सूचनाएं जल्द मिल सकेंगी. वहीं हेलीकॉप्टर से सुरकंडा डॉप्लर रडार ले जाया जाएगा.
सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास एस ए मुरुगेशन ने बताया कि राज्य में आपदा को देखते हुए जल्द रेखीय विभागों यथा एनएच, लोनिवि, पीएमजीएसवाई, दूरसंचार, जल संस्थान, जल निगम एवं विद्धुत विभाग के विभागाध्यक्षों की बैठक कर राज्य और जिला स्तर पर नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी.