देहरादून:उत्तराखंड पुलिस विभाग जहां एक तरफ देश की बेस्ट पुलिसिंग की सूची में खुद को बरकरार रखने के लिए लगातार अपने कदम आगे बढ़ाने का दावा कर रही है. तो वहीं, महकमे में कुछ ऐसे पुलिसकर्मी भी हैं, जो लगातार खाकी की छवि को दागदार बनाने में तुले हुए हैं.
ताजा मामला शुक्रवार का है जहां डोईवाला थाने में तैनात एक सिपाही के तालुकात एक बड़े चोर गैंग के साथ निकला है. इसका खुलासा तब हुआ जब चोरों ने सिपाही का नाम उजाकर कर दिया. उसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चोरों के साथ उसको भी सलाखों के पीछे भेज दिया. दो दिन पहले ही देहरादून की धर्मावाली चौकी इंचार्ज और सिपाही को इसलिए निलंबित करना पड़ा क्योंकि उन पर फर्जी मुकदमा दर्ज कर एक लाख रिश्वत मांगने का आरोप था. तीन दिन पहले देहरादून के राजपुर रोड पर एक पुलिसकर्मी को व्यापारी को गोली मारने के आरोप में जेल जाना पड़ा.
ट्रेनी सीओ पर भी गंभीर आरोप:देहरादून जनपद में ट्रेनिंग सर्किल ऑफिसर पर खनन और भू-माफिया के साथ मिलीभगत के आरोप भी पिछले दिनों से सामने आए हैं. पुलिस मुख्यालय को ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ ट्रेनी सीओ अलग-अलग थाना क्षेत्र तैनात होने के दौरान होटलों में खनन और भू माफिया के साथ बैठ कर सांठगांठ कर रहे हैं. इस मामले में पुलिस महानिदेशक ने ट्रेनी सीओ को कड़ी फटकार लगाई है.