देहरादून: देश-दुनिया में कोरोना का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस की वजह से कारोबार और उद्योग ठप हो चुके हैं और कारोबारियों की कमर टूट चुकी है. वहीं, अनलॉक-1 में मिली छूट के बाद छोटे कारोबारियों ने अपनी दुकानें खोल व्यापार पटरी पर लाने में जुटे हुए हैं.
कारोबारियों पर कोरोना का प्रहार. देहरादून शहर में करीब 2 हजार छोटे कारोबारी सड़क, पार्क किनारे दुकानें लगाकर अपने परिवार को पोषण करते हैं. ऐसे में लॉकडाउन में इन लोग की कमर पूरी तरह से टूट गई है. अनलॉक-1 में मिली छूट के बाद व्यापारी फिर से अपने कारोबार को खड़ा करने के लिए मेहनत कर रहे हैं. लेकिन बाजारों में ग्राहकों की भीड़ नहीं होने के चलते मायूस होना पड़ रहा है.
देहरादून में गन्ने की दुकान लगाने वाले राजू बताते हैं कि बीते दो दिनों से गन्ने की जूस बेचने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन ग्राहक दुकान पर आ ही नहीं रहे हैं. धीरे-धीरे मानसून का सीजन नजदीक आ रहा है, ऐसे में ग्राहक भी गन्ने के जूस से दूरियां बना लेंगे. जिसकी वजह से बहुत नुकसान होने वाला है और इस बार व्यापार का पटरी पर लौटना बहुत मुश्किल लग रहा है.
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ईटीवी भारत से बातचीत में छोटे व्यापारियों का कहना है कि सामान्य दिनों में 500 से 1000 हजार रुपए की कमाई हो जाती थी. लेकिन लॉकडाउन की वजह से पूरा व्यापार ठप हो चुका है. नुकसान की भरपाई होने में भी महीनों लग जाएंगे.