उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

कोरोनेशन अस्पताल की नई बिल्डिंग पर दिख रही दरारें, कार्यदायी संस्था बोली- चिंता की कोई बात नहीं! - पीएमएस शिखा जंगपांगी का बयान

देहरादून के कोरोनेशन अस्पताल की नवनिर्मित बिल्डिंग पर दरारें दिख रही है. इसस पहले भी बिल्डिंग की छत पहली बारिश में टपकने लगी थी. जिसके बाद बारिश का पानी रोकने के लिए टीन शेड डालना पड़ा था. अब दरारें दिख रही है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने कार्यदायी संस्था का हवाला देते हुए कहा कि बिल्डिंग में रिपेयरिंग का कोई मतलब नहीं है, ना ही चिंता करने की.

cracks on coronation hospital building
कोरोनेशन अस्पताल की नई बिल्डिंग पर दरार

By

Published : Jul 6, 2022, 1:21 PM IST

Updated : Jul 6, 2022, 1:41 PM IST

देहरादूनःकोरोनेशन अस्पताल की नवनिर्मित बिल्डिंग के बाहर दरारें नजर आ रही है. जो कार्यदायी संस्था और अस्पताल प्रबंधन पर सवाल खड़े कर रही है, लेकिन अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि कार्यदायी संस्था ने बिल्डिंग का निरीक्षण किया था और उन्होंने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है.

तत्कालीन सीएम तीरथ सिंह रावत ने बिल्डिंग का किया था लोकार्पणःदरसअल, करीब 42 करोड़ की लागत से कोरोनेशन अस्पताल की 4 मंजिला बिल्डिंग को कार्यदायी संस्था जल निगम ने तैयार किया था. बीती 10 अप्रैल 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस बिल्डिंग का लोकार्पण किया था. इस बिल्डिंग में न केवल आईपीडी, बल्कि अत्याधुनिक पैथोलॉजी और डायग्नोस्टिक केंद्र, आईसीयू मॉड्यूलर, ओटी, बर्न यूनिट आदि की व्यवस्थाएं भी मौजूद हैं.

कोरोनेशन अस्पताल की नवनिर्मित बिल्डिंग पर दरारें.

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रखी थी आधारशिलाःअभी हाल ही में सूबे के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने 10 बेड के आईसीयू का शुभारंभ किया भी था, जबकि 1 जनवरी 2019 को नए साल के तोहफे के रूप में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय सरकारी राज्याभिषेक अस्पताल की आधारशिला रखी थी, लेकिन इनदिनों बिल्डिंग में दरारें दिख रही हैं.

ये भी पढ़ेंःकोरोनेशन अस्पताल का मेडिट्रीना हॉस्पिटल के साथ MoU, हृदय रोगियों को मिलेगा बेहतर इलाज

बिल्डिंग में रिपेयरिंग का कोई मतलब नहींःवहीं, बिल्डिंग के बाहर दिख रही दरारों पर अस्पताल की पीएमएस डॉ शिखा जंगपांगी का कहना है कि कार्यदायी संस्था के अधिकारियों ने बिल्डिंग का निरीक्षण किया था, लेकिन उन्होंने कहा कि बिल्डिंग में ब्लॉक्स होते हैं, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है.

इसके अलावा एनएचएम की विंग ने भी इमारत का निरीक्षण किया है. उन्होंने भी संतुष्टि जताई है. डॉ शिखा जंगपांगी का कहना है कि अस्पताल की बिल्डिंग में रिपेयरिंग का कोई मतलब नहीं होता है, क्योंकि ब्लॉक्स को रिपेयर नहीं करना पड़ता है.

बिल्डिंग की छत भी टपकी थीःबता दें कि इस बिल्डिंग को बने हुए ज्यादा समय नहीं बीता है, लेकिन 4 मंजिला इस बिल्डिंग की छत पहली बारिश में टपकने लगी थी. जिसके बाद अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ शिखा जंगपांगी ने कार्यदायी संस्था जल निगम के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया था और अधिकारियों को जल्द से जल्द परेशानी दूर करने के लिए कहा था, जिसके बाद छत के ऊपर बारिश का पानी रोकने के लिए टीन शेड डालना पड़ा था.

Last Updated : Jul 6, 2022, 1:41 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details