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ब्लैक फंगस के इंजेक्शन को लेकर कांग्रेस भड़की, DG हेल्थ कार्यालय पर दिया धरना

सूर्यकांत धस्माना ने कहा है कि प्रदेश में बीजेपी सरकार स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में पूरी तरह से फेल साबित हुई है. उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में ब्लैक फंगस के अभी कम मरीज हैं, उसके बावजूद सरकार इंजेक्शन उपलब्ध नहीं करवा पा रही है.

Uttarakhand Health Services
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Published : May 27, 2021, 4:43 PM IST

Updated : May 27, 2021, 5:14 PM IST

देहरादून:कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने ब्लैक फंगस की दवा के इंजेक्शन ना उपलब्ध होने पर सरदारा रोड स्थित डीजी हेल्थ कार्यालय में धरना देकर अपना विरोध दर्ज कराया. उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस की दवा के इंजेक्शन के लिए लोग दर-दर भटक रहे हैं लेकिन राज्य सरकार इंजेक्शन उपलब्ध कराने में पूरी तरह से फेल साबित हुई है.

सूर्यकांत धस्माना ने डीजी हेल्थ कार्यालय पर दिया धरना.

कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने देहरादून स्थित डीजी हेल्थ कार्यालय पहुंचकर उनका घेराव किया. स्वास्थ सुविधाओं की बदहाली को लेकर सूर्यकांत धस्माना कार्यालय में ही धरने पर बैठ गए. इस दौरान स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा के आश्वासन के बाद उन्होंने अपना धरना समाप्त कर दिया. कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि राज्य की भाजपा सरकार के शासनकाल में कोरोना संक्रमित मरीजों को सही उपचार नहीं मिल पा रहा है.

उन्होंने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार के ब्लैक फंगस के इलाज की पूरी तैयारी के लाखों दावों के बावजूद प्रदेश सरकार राजधानी के लोगों को ब्लैक फंगस बीमारी की दवा के इंजेक्शन उपलब्ध नहीं करवा पा रही है. राजधानी में लोग मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में इंजेक्शन लेने के लिए दर-दर भटक रहे हैं. मरीज अस्पतालों में तड़पने को मजबूर हैं. सरकार की कोरी घोषणाओं के खिलाफ उन्हें धरने पर बैठने को मजबूर होना पड़ा. वहीं, सूर्यकांत धस्माना ने डीजी हेल्थ के आश्वासन के बाद धरना समाप्त कर दिया.

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पीसीसी सचिव ने की आटा चक्कियों के संचालन की मांग

काशीपुर में उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी की प्रदेश सचिव अलका पाल ने उत्तराखंड सरकार से आटा चक्कियों के संचालन की मांग की है. उन्होंने कहा कि आटा चक्की बंद होने से लोगों को परेशानी हो रही है. साथ ही आटा चक्की बंद होने से आटे की कालाबाजारी बढ़ रही है. महंगा आटा ना खरीद पाने के कारण कई लोग भुखमरी की कगार पर आ जाएंगे. ऐसे में कार्ड धारकों को अनाज मिलने के बावजूद बाजार से आटा खरीदना पड़ेगा, जो कि कोविड-19 के समय उनका आर्थिक बजट बिगाड़ देगा.

Last Updated : May 27, 2021, 5:14 PM IST

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