देहरादून: शनिवार देर शाम कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने जोशीमठ आपदा को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, चकराता विधायक प्रीतम सिंह, उपनेता प्रतिपक्ष भवन कापड़ी, द्वाराहाट विधायक मदन बिष्ट और प्रतापनगर विधायक विक्रम नेगी मौजूद रहे. कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने जोशीमठ आपदा के चलते स्थानीय जनता को आ रही दिक्कतों और परेशानियों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा.
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सीएम पुष्कर धामी से प्री फैब्रीकेटेड घर बनाने में तेजी लाने को कहा. साथ ही मुआवजा राशि भी तत्काल घोषित करने की मांग की. उन्होंने जोशीमठ आपदा प्रभावितों की दिक्कतों को उठाते हुए कहा कि अपने मवेशियों को ठीक ढंग से रखरखाव ना होने की वजह से उनका मनोबल टूट रहा है, ऐसे में जिन लोगों के पास मवेशी हैं, उन्हें जितना हो सके नजदीक ही विस्थापित किया जाए.
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हरीश रावत ने कहा उस जगह को नई जोशीमठ का नाम दिया जाए. क्योंकि, स्थानीय जनता का जोशीमठ के साथ भावनात्मक लगाव है. उन्होंने जोशीमठ आपदा को लेकर मुख्यमंत्री से सेना की मदद लिए जाने को भी कहा. कहा कि तत्काल प्रभाव से रक्षा मंत्री से वार्ता करके बड़े-बड़े टेंट का इंतजाम किया जाए.
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यशपाल आर्य ने मुख्यमंत्री को बताया कि दो वर्ष पहले कर्णप्रयाग के बहुगुणा नगर से लगभग 38 परिवारों को शिफ्ट किया गया था. लेकिन, आज तक प्रशासन ने उनकी सुध नहीं ली है. उन्होंने मुख्यमंत्री से तत्काल प्रभाव से एनटीपीसी की टनल का काम रुकवाये जाने का भी आग्रह किया. इसके साथ ही स्थानीय विधायक राजेंद्र भंडारी ने मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए कहा कि अब तक प्री फैब्रीकेटेड स्ट्रक्चर्स पर कोई कार्य आरंभ नहीं हुआ है. वहीं, बारिश और बर्फबारी से स्थानीय लोगों का जनजीवन और भी ज्यादा कठिन हो गया है. उन्होंने मुख्यमंत्री से मुआवजा जल्द से जल्द तय किए जाने की मांग की.