देहरादून:उत्तराखंड वन विभाग में मंगलवार को सुबह से ही अजीब सी स्थिति बनी दिखाई दी. हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद शासन ने पिछले 3 घंटों से राजीव भरतरी को हॉफ का चार्ज देने से जुड़ा कोई आदेश जारी नहीं किया है. बड़ी बात यह है कि वन विभाग के अफसरों ने भी मुख्यालय से दूरी बनाई हुई है. जबकि सभी अफसर जानते हैं कि हाईकोर्ट के आदेश के अनुक्रम में आज राजीव भरतरी को वन मुखिया का चार्ज लेना है.
वन मुखिया पद पर न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच उलझा मामला, विभाग के अफसरों ने भी मुख्यालय से बनाई दूरी
उत्तराखंड वन विभाग में आज सबकी निगाहें टिकी हुई हैं. क्योंकि हाईकोर्ट के आदेश के बाद आईएफएस अधिकारी राजीव भरतरी वन महकमे के मुखिया का चार्ज लेना है. वो चार्ज लेने वन मुख्यालय तो पहुंचे, लेकिन गिने-चुने अधिकारी ही ऑफिस में दिखाई दे रहे हैं. विभाग के अफसरों की मुख्यालय से दूरी कई सवालों को खड़ा कर रही है.
वन विभाग में भी आज बाकी विभागों की तरह अवकाश है, हालांकि कार्यालय में हल्की चहल पहल तो है. लेकिन अफसरों की मौजूदगी के लिहाज से छुट्टी दिखाई भी दे रही है. यह हाल तब है जब वन विभाग में आज नए मुखिया की तैनाती के आदेश हाईकोर्ट की तरफ से दे दिए गए थे. इसके बावजूद भी वन विभाग के किसी भी अफसर का वन मुख्यालय में सामान्य शिष्टाचार के तहत न पहुंचना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है. बता दें कि वन मुख्यालय में राजीव भरतरी हाईकोर्ट के आदेशों के क्रम में हॉफ का चार्ज लेने के लिए पहुंचे थे.
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लेकिन हैरत कि बात यह है कि 3 घंटे बीतने के बावजूद भी शासन ने उन्हें चार्ज देने से जुड़ा आदेश जारी नहीं किया है. इस पूरे मामले में वन मुख्यालय में आईएफएस अफसर मनोज चंद्रन सुबह के समय वन मुख्यालय पहुंचे लेकिन इसके अलावा देहरादून में ही तैनात डीएफओ से लेकर दूसरा कोई भी बड़ा अधिकारी वन मुख्यालय में मौजूद नहीं था. इस बात को लेकर कोई भी हैरान रह सकता है कि किसी विभाग का मुखिया चार्ज ले रहा हो और उससे संबंधित अधिकारी दफ्तर में ना पहुंचें, जिससे कई सवाल उठ रहे हैं.