देहरादून: उत्तराखंड पुलिस (uttarakhand police) कर्मियों के ग्रेड-पे को लेकर जो विवाद चल रहा है, उसके समाधान के लिए पुलिस मुख्यालय स्तर पर एक कमेटी का गठन किया गया है. ये कमेटी अपर पुलिस महानिदेशक (ADG) अभिनव कुमार (ADG Abhinav Kumar) की अध्यक्षता में गठित की गई है. इसके अलावा इस कमेटी में अभिसूचना ( इंटेलिजेंस इकाई) आईजी संजय गुंज्याल और पुलिस कार्मिक शाखा के आईजी पुष्पक ज्योति के साथ अन्य सदस्यों की टीम में एक कमेटी का गठन किया गया है. यह कमेटी पुलिस जवानों से जुड़ी ग्रेड-पे की समस्याओं को शासन के सामने रखेगी और जल्द से जल्द इसका समाधान निकालने की कोशिश करेगी.
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क्या है ग्रेड पे मामला
दरअसल, 20 साल की सेवा के बाद कांस्टेबल को इंस्पेक्टर रैंक का ग्रेड पे 4600 (4600 grade pay matter) दिया जाता है, लेकिन पिछले दिनों इसमें बदलाव की बात कहते हुए सभी के लिए ग्रेड-पे को महज 2800 रुपए किए जाने का फैसला लिया गया था. सरकार के इस फैसले के खिलाफ पुलिसकर्मियों में नाराजगी थी. पुलिस जवानों का गुस्सा सोशल मीडिया पर भी देखने को मिला था. हालांकि, तब डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिसकर्मियों को धैर्य रखने के लिए कहा था.
आक्रोशित पुलिसकर्मियों का कहना था कि जब राज्य में एएसआई का पद ही निर्धारित ही नहीं है, तो उनका ग्रेड-पे कैसे वेतन के रूप में दिया जा सकता है. जबकि, 20 सालों से सेवारत कर्मचारी भले ही सब इंस्पेक्टर (दारोगा) के पद प्रमोशन नहीं हो पाया है, लेकिन उसको वेतन दारोगा के बराबर मिल रहा था. हालांकि, अब पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने इसे मामले मे एक कमेटी का गठन किया है. ताकि वे शासन स्तर पर इस समस्या का कोई हल निकाला जा सके.