देहरादून:मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की ओर से देखी जा रही सभी मंत्रियों की परफॉर्मेंस को लेकर कृषी मंत्री सुबोध उनियाल ने अपने विभाग समीक्षा बैठक की. यमुना कॉलोनी मौजूद अपने शिविर कार्यालय में बैठक के दौरान सभी यजोनाओं की प्रगति पर विवेचना की.
कृषि मंत्री की समीक्षा बैठक में मुख्य रूप से विभाग की प्राथमिकताओं और उपलब्धियों को चिन्हित किया गया. साथ ही बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा भी की गई. सबसे पहले केंद्र पोषित योजनाओं की साल 2017 की स्थिति के सापेक्ष 2020 में प्रगति का जायजा लिया. इसके साथ ही कृषि औद्यागिकी सेक्टर में विकसित अवस्थापकीय सुविधाओं पर भी चर्चा की गई.
बैठक में आरायकोट में सीतायन गृह के निर्माण पर हो रहे विलंब पर चिंता प्रकट की गई. इसे शीघ्र गति देने को कहा गया. राज्य के जनपदों में कृषकों को सिंचाई सुविधाएं प्राथमिकता के आधार पर दिए जाने के निर्देश दिए गए. इसमें टपक एवं सिंचाई के विकल्पों को प्रभावी तौर पर क्रियांवयन की अपेक्षा की गई. मौसम आधारित केंद्रों की स्थापना के लिए भारत सरकार की सैद्धांतिक सहमति प्राप्त हो चुकी है. इन्हें महाराष्ट्र की तर्ज पर स्थापित किए जाने की प्रक्रिया नियत है.
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किसानों से मंडुवा क्रय की नीति निर्धारण पर भी चर्चा की गई. इसमें कृषि उपज विपणन बोर्ड के प्रबंध निदेशक ने बीते साल खरीदे दिए मंडुवा के निस्तारण पर भी चर्चा हुई. उद्यान विभाग के गार्डन को प्रारंभिक तौर पर जड़ी-बूटी विकास एवं शोध संस्थान और सगंध पौध केंद्र आवंटन की प्रक्रिया शुरू करने को कहा गया. सगंध पौधा केंद्र की प्रयोगशाला में मशीनों की स्थापना में आ रही कठिनाइयों पर वित्त विभाग से चर्चा किए जाने पर सहमति कायम हुई.