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CM तीरथ ने अधिकारियों को कुंभ में व्यवस्था बनाने के दिए निर्देश, वनाग्नि पर कही ये बात

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि महाकुंभ का दिव्य और भव्य तरीके से आयोजन किया जा रहा है. कुंभ में साधु संतों और श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. वहीं, उन्होंने कहा कि वनाग्नि प्रबंधन के लिए कई महत्वपूर्ण व्यवस्थाएं की गई है.

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तीरथ सिंह रावत

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Published : Apr 1, 2021, 8:46 PM IST

देहरादूनः हरिद्वार में महाकुंभ 2021 का आगाज हो गया है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए कुंभ मेले की तैयारियों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि दिव्य, सुंदर, स्वच्छ और सुरक्षित कुंभ का आयोजन कराने के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से संकल्पबद्ध है. कोरोना के मद्देनजर कुंभ में केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाएगा. वहीं, उन्होंने कुंभ मेले में अधिकारियों को पुख्ता इंतजामात करने के निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वर्चुअल प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि कुंभ में गाइडलाइन का पूरा पालन किया जाएगा, साथ ही इस बात की भी पूरी कोशिश की जा रही है कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को गैर जरुरी रोकटोक का सामना न करना पड़े. साधु संतों और श्रद्धालुओं की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. सुरक्षा व्यवस्था भी पूरी तरह से चाक-चौबंद की गई है. साथ ही कहा कि बसों की संख्या भी बढ़ाई गई है. राज्य सरकार की ओर से की गई व्यवस्थाओं से संत महात्मा और श्रद्धालु उत्साहित हैं.

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विकास कार्यों के लिए केंद्र से मिला पूरा सहयोगः सीएम तीरथ
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बताया कि विभिन्न विकास कार्यों के साथ ही केंद्र सरकार की ओर से कुंभ मेला के लिए 700 करोड़ रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है. नमामि गंगे की ओर से सफाई व्यवस्था (शौचालय और डस्टबिन) के दृष्टिगत 58 करोड़ की धनराशि उपलब्ध कराई गई, जिसके अंतर्गत 11,800 अस्थायी शौचालय और 6,674 अस्थायी मूत्रालयों की स्थापना की गई है. सुंदर कुंभ मेला की दृष्टि से 1 करोड़ की धनराशि पेंट माई सिटी कैंपेन के अंतर्गत उपलब्ध कराई गई. जबकि, 78 चेजिंग रूम के लिए 50 लाख की धनराशि मुहैया कराई जा चुकी है.

मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि स्थायी रूप से 9 स्नान घाटों और आस्था पथ हरिद्वार व मुनिकीरेती में 4964.65 लाख की लागत से निर्माण कराया गया. घाटों की कुल लंबाई 1133 मीटर और आस्था पथ की लंबाई 2405 मीटर है. आस्था पथ ऋषिकेश का पुनरोद्धार एवं बाढ़ सुरक्षा का कार्य 1157.65 लाख की लागत से कराया गया है, जिसकी कुल लंबाई 2.08 किमी है. स्थायी रूप से कुल 157.65 किमी सड़कों 12751.26 लाख रुपये से निर्माण कराया जा चुका है.

रविनाथ रमन ने कोविड जांच व्यवस्थाओं का किया निरीक्षण.

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उन्होंने ने कहा कि स्थायी रूप से 8 स्थायी पुलों को 6398.50 लाख की लागत से निर्माण कराया गया है, जिनकी कुल लंबाई 541 मीटर है. पेयजल व्यवस्था के लिए 4 आई वेल, 1 आरबीएफ और 4 ट्यूबवेल करीब 1216 लाख की लागत से निर्माण कराया गया, जिससे कुल 19.18 एमएलडी अतिरिक्त पेयजल मिलेगा. वहीं, 8.5 किमी नई सीवर लाइन भी बिछाई गई. जिससे 2312 परिवार लाभांवित हुए.

मुख्यमंत्री तीरथ ने कहा कि 15 चौराहों का 600 लाख और 123 पार्कों का 1100 लाख की लागत से सौंदर्यीकरण कार्य कराया गया. सफाई व्यवस्था के दृष्टिगत करीब 9000 स्वच्छकों की तैनाती मेलावधि में की जा रही है. हरकी पैड़ी का जीर्णोद्धार भी किया गया है.

कुंभ में स्वास्थ्य सुविधाओं और क्राउड मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान
कुंभ मेले में स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. करीब 222.02 लाख की लागत से 150 बेड का अस्पताल की स्थापना की गई है. उप्र से डॉक्टर, नर्स एवं अन्य मेडिकल स्टाफ की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि क्राउड मैनेजमेंट पर भी खासतौर पर फोकस किया गया है. भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा हेतु पुलिस सर्विलांस सिस्टम की स्थापना भी की गई है. कुंभ मेला अवधि के लिए करीब 118.39 लाख से अस्थाई नेत्र कुंभ की स्थापना की गई है.

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मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि राज्य में लोकहितकारी योजनाओं के क्रियांवयन करने के लिए अधिकारियों को 75 दिन का वर्क प्लान बनाने के निर्देश दिए हैं. जनकल्याणकारी योजनाओं को सरल, सुगम व पारदर्शी बनाये जाने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों की जबावदेही तय की जाएगी. योजनाओं से जनता को अधिक से अधिक लाभांवित किए जाने का प्रयास किया जाएगा.

वनाग्नि प्रबंधन के लिए की गईं व्यवस्थाएं
प्रदेश में वनाग्नि प्रबंधन के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि वन विभाग की ओर से जनपद स्तरीय फायर प्लान तैयार कर लिया गया है. उसी के अनुरूप फायर लाइनों का अनुश्रवण, फायर क्रू स्टेशनों की स्थापना आदि काम किए गए हैं. करीब 2000 फॉरेस्ट फायर किट का क्रय, और फोरेस्ट फायर कंट्रोल रूम की स्थापना के लिए 180 करोड़ की अतिरिक्त धनराशि विभिन्न वन प्रभागों को अवमुक्त कराई गई है. वनाग्नि सुरक्षा कार्य के लिए उपलब्धतानुसार फायर क्रू स्टेशनों पर 4 से 6 फायर वाचर रखे जाएंगे. जंगल से पिरूल संग्रहण के लिए सभी डीएफओ को निर्देशित किया गया है.

रविनाथ रमन ने कोविड जांच व्यवस्थाओं का किया निरीक्षण
हरिद्वार में आज से महाकुंभ शुरू हो गया है. जिसकी व्यवस्थाओं के लिए आज आयुक्त गढ़वाल मंडल रविनाथ रमन ने हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ के दृष्टिगत यात्री सुविधाओं और कोविड जांच की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. साथ ही नारसन बार्डर, रुड़की बस स्टेशन और रेलवे स्टेशन पहुंचकर समीपवर्ती राज्यों से हरिद्वार आने वालों की कोविड जांच व अन्य सुविधाओं का जायजा लिया.

इस दौरान उन्होंने जिनके पास 72 घंटे के भीतर की नेगेटिव रिपोर्ट न होने पर उनकी जांच कराने या फिर उन्हें वापस भेजने के निर्देश दिए. उन्होंने शौचालयों के संबंध में जानकारी ली और शौचालयों की संख्या बढ़ाने व उनकी साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था कराने को कहा. साथ ही उन्होंने नारसन बॉर्डर के पास आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट लाने संबंधी सूचना का बोर्ड लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए.

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