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CM त्रिवेंद्र की अध्यक्षता में कैंपा की बैठक, कहा-10 हजार युवाओं मिलेगा रोजगार

कैंपा की बैठक में युवाओं को रोजगार देने के लिए वन विभाग की कई योजनाओं पर चर्चा की गई है.

campa meeting in dehradun
कैंपा की बैठक

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Published : Sep 9, 2020, 7:58 PM IST

देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में बुधवार को कैम्पा (कम्पन्सैटरी एफॉरेस्टेशन मैनेजमेंट एंड प्लानिंग ऑथरिटी) की बैठक हुई है. इस दौरान सीएम ने कहा कि वनों के विकास के लिए पौधारोपण के साथ-साथ उनकी सुरक्षा पर भी ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है. पौधों का सर्वाईवल रेट बढ़ाने के लिए लगातार मॉनिटरिंग की जानी चाहिए. इसके लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए.

बैठक में वन मंत्री हरक सिंह रावत भी मौजूद थे.बैठक में सीएम रावत ने तमाम कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान वन मंत्री हरक सिंह रावत ने भी कैंपा के तहत किए गए कार्यों की जानकारी दी. खास बात यह है कि मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान पर्यावरण संरक्षण से युवाओं को जोड़ने और इसके तहत युवाओं को रोजगार देने पर खास जोर दिया.

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मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि वन विभाग रोजगार सृजन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. कोरोना वायरस के कारण गांवों को लौटे युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जल संरक्षण, पौधारोपण, नर्सरी विकास और वन सम्पत्ति की सुरक्षा के क्षेत्र में रोजगार सृजित किए जा सकते हैं. राज्य सरकार द्वारा लगभग 10 हजार लोगों को ऊर्जा विभाग के माध्यम से 25 वॉट के सोलर प्लांट्स लगाकर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. वन विभाग द्वारा भी कम से कम 10 हजार लोगों को रोजगार देने के प्रयास किए जाएंगे. इससे हमारे गांव और वन दोनों लाभान्वित होंगे.

मुख्यमंत्री ने बुग्यालों के संवर्द्धन के लिए कॉयर नेट और पिरूल चेकडैम के साथ ही भीमल के इस्तेमाल पर ध्यान देने की बात कही. उन्होंने कहा कि वन्यजीवों से सुरक्षा के लिए सोलर फेंसिंग बहुत ही कारगर है. सोलर फेंसिंग की सुरक्षा के लिए लोगों को भी जागरूक किए जाने की आवश्यकता है. मानव और वन्यजीव बीच हो रहे संघर्ष की रोकथाम के लिए विशेष प्रयास किए जाने चाहिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमालयन दिवस के अवसर पर प्रदेश के स्कूल और कॉलेजों को 10 हजार पर्यावरण व प्रकृति के प्रति जागरूकता के लिए 10-10 हजार रूपए की राशि उपलब्ध कराई जा सकती है. इससे स्कूल एवं कॉलेज के माध्यम से प्रकृति के प्रति जनजागरूकता फैलायी जा सकेगी.

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