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कोलकाता बवालः बीजेपी ने काली पट्टी बांधकर निकाला मौन जुलूस, कांग्रेस ने नीयत पर उठाए सवाल - उत्तराखंड भाजपा

उत्तराखंड बीजेपी ने मौन जुलूस और मुंह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताते हुए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. उधर, मामले पर कांग्रेस ने बीजेपी की नियत पर ही सवाल उठाए हैं.

बीजेपी ने काली पट्टी बांधकर निकाला मौन जुलूस

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Published : May 15, 2019, 11:05 PM IST

Updated : May 15, 2019, 11:51 PM IST

देहरादूनः पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हुए हिंसा के विरोध में बीजेपी ने विरोध जताया है. इसी क्रम में उत्तराखंड बीजेपी ने मौन जुलूस और मुंह पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताते हुए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. उधर, मामले पर कांग्रेस ने बीजेपी की नियत पर ही सवाल उठाए हैं.

बीजेपी ने पंश्चिम बंगाल हिंसा को लेकर पट्टी बांधकर जताया विरोध.


गौर हो कि पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मंगलवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान हिंसा भड़की थी. शाह का काफिला जैसे ही कोलकाता विश्वविद्यालय के पास पहुंचा तभी तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए. जिसके बाद रोड शो में उपद्रव और आगजनी का माहौल हो गया था. इसी को लेकर देहरादून में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने महानगर कार्यालय से गांधी पार्क तक मौन जुलूस निकाला. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने बैठकर मौन व्रत भी किया.


बीजेपी मीडिया प्रभारी डॉ. देवेंद्र भसीन ने तृणमूल कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के एतिहासिक रोड शो पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इशारे पर हमला किया गया है. जिसमें आगजनी के साथ मारपीट की गई है. वहां पर इस तरह की गंभीर स्थितियों को पैदा किया गया ऐसे में अमित शाह की सुरक्षा खतरे में आ गई थी. साथ ही कहा कि इस घटना से पूरे देश में बंगाल के भीतर लोकतंत्र खतरे में होने का संदेश गया है.

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उन्होंने कहा कि उत्तराखंड बीजेपी ने बंगाल हिंसा का विरोध करते हुए मौन जुलूस निकालकर गांधीजी की प्रतिमा के सामने मौन व्रत रखा है. बीजेपी बंगाल की परिस्थितियों को ध्यान रखते हुए चुनाव आयोग से हिंसा करने वालों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग करती है. साथ ही आगे होने वाले मतदान को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करायें.


वहीं, कांग्रेस ने भी बंगाल हिंसा का विरोध करते हुए कहा कि कोई भी राजनीतिक दल जो लोकतांत्रिक परंपराओं पर विश्वास करता है, वो इस हिंसा को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. कांग्रेस पार्टी हमेशा हिंसा के खिलाफ रही है. कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता डॉ. आरपी रतूड़ी ने कहा कि बार-बार लोग तृणमूल कांग्रेस को लेकर बातें कर रहे हैं. ऐसे में लगता है अमित शाह अपनी घटती लोकप्रियता की वजह से बौखला गए और साजिश के तहत इस हिंसा की घटना को अंजाम दिया गया हो. बीजेपी वोटों की खातिर किसी भी पार्टी को बदनाम करने के लिए हर हद पार कर सकती है.

Last Updated : May 15, 2019, 11:51 PM IST

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