देहरादून/मसूरी/श्रीनगरः उत्तराखंड में आगामी 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे सियासी पारा भी चढ़ता जा रहा है. इतना ही नहीं सियासी गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. बीते दिनों जहां आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता उमा सिसोदिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा था. जिस पर उन्हें माफी भी मांगनी पड़ी थी. उधर, बीजेपी के नेता भी आपत्तिजनक टिप्पणी करने से नहीं चूके. जिसे लेकर आप कार्यकर्ताओं में उबाल है.
दरअसल, आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता उमा सिसोदियाका एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ. वीडियो में उमा एक डिजिटल चैनल पर हो रही चर्चा के दौरान उत्तराखंड की जनता के लिए अपमानजनक शब्द का प्रयोग कर रही हैं. इस बयान के बाद उमा की चौतरफा निंदा हुई. इतना ही नहीं बीजेपी ने आप की नब्ज पकड़कर घेरने का प्रयास भी किया. वहीं, विरोध के बीच उमा सिसोदिया को अपने बयान के लिए माफी मांगनी पड़ी.
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उधर, बीजेपी प्रवक्ता प्रभाकर उनियाल पर आप के मुफ्त बिजली के मुद्दे पर एक मीडिया पैनल चर्चा के दौरान उत्तराखंड की जनता का अपमान करने का आरोप लग गया. उनका बयान सामने आते ही आम आदमी पार्टी उसे मुद्दा बनाकर भुनाने की कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है. इसी कड़ी में बीजेपी प्रवक्ता के बयान को आम आदमी पार्टी ने सभी विधानसभा सीटों में प्रदर्शन करके अपना विरोध दर्ज कराया है.
देहरादून में भी आप कार्यकर्ताओं ने एश्ले हॉल चौक पर बीजेपी का पुतला दहन कर जोरदार नारेबाजी की. साथ ही आप ने आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर कड़ी आपत्ति जताई. आप प्रदेश प्रवक्ता संजय भट्ट ने कहा कि बीजेपी नेता उत्तराखंड की जनता को अपशब्द कह रहे हैं, जो बीजेपी की असली सोच को उजागर करता है. जबकि, उत्तराखंड वासियों ने इस राज्य को पाने के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया था. वहीं, उन्होंने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जनता को अपमानित करने की आदत बीजेपी की हो गई है.