देहरादून: सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद देहरादून में मौजूद उनके स्कूल कैंब्रियन हॉल में भी मातम छाया हुआ है. स्कूल के लोग उन्हें याद कर रहे हैं. साल 2017 में स्कूल की स्थापना दिवस के मौके को याद करते हुए प्रधानाचार्य बयाला ने बताया कि जनरल बिपिन रावत यहां स्कूल की ड्रेस में पहुंचे थे. तब उन्हें इस रूप में देखकर हर कोई स्तब्ध था. उस दौरान छात्र उन्हें अपने बीच पाकर ऊर्जावान महसूस कर रहे थे.
दून के कैंब्रियन हॉल से जुड़ी हैं CDS बिपिन रावत की यादें सीडीएस जनरल बिपिन रावत का जाना निश्चित तौर से जितनी बड़ी क्षति देश के लिए है उससे दोगुनी क्षति उत्तराखंड के लिए है. सीडीएस बिपिन रावत को लेकर हर एक उत्तराखंडी का सिर गर्व से ऊंचा होता था, जनरल बिपिन रावत की उत्तराखंड और देहरादून से कई यादें जुड़ी हुई हैं. देहरादून में कैंब्रियन हॉल से जनरल बिपिन रावत ने शिक्षा ली थी. जहां बिपिन रावत साल 2017 में स्कूल के फाउंडेशन-डे पर भी चीफ गेस्ट के रूप में शामिल हुए थे.
पढ़ें-बिपिन रावत की निधन से 8 दिन पहले की वो आखिरी स्पीच, उत्तराखंड के लोगों से बहुत कुछ कह गए थे
कैंब्रियन हॉल के प्रधानाचार्य डॉक्टर सीएस बयाला बताते हैं कि वर्ष 1969 से लेकर 1972 तक जनरल बिपिन रावत ने कैंब्रियन हॉल स्कूल से शिक्षा ली थी. उन्होंने दसवीं इसी स्कूल से पास की थी. जिसके बाद सेना में मौजूद उनके पिता की शिमला में पोस्टिंग हुई. जिसके बाद वह यहां से चले गए थे. वर्ष 2017 में स्कूल की स्थापना दिवस के मौके को याद करते हुए प्रधानाचार्य बयाला ने बताया कि कैसे जनरल बिपिन रावत स्कूल की ड्रेस में स्कूल में पहुंचे थे. तब उन्हें इस रूप में देखकर हर कोई स्तब्ध था.
स्कूल के लोगों से मिलते सीडीएस बिपिन रावत यूनिफॉर्म में आने का कारण बताने पर उन्होंने कहा कि था कि उनके समय में स्कूल के प्रधानाचार्य अनुशासन को लेकर बहुत कठोर थे.ऐसे में स्कूल के प्रधानाचार्य मुझे यूनिफॉर्म को लेकर टोक न दें और इस उम्र में छोटी सी बात के लिए मुझे स्कूल से बाहर निकाला जाए, मुझे अच्छा नहीं लगेगा. इससे बचने के लिए वह कार्यक्रम में स्कूल यूनिफॉर्म में आए हैं.
स्कूली बच्चों के साथ सीडीएस बिपिन रावत प्रधानाचार्य डॉक्टर बयाला बताते हैं कि जनरल बिपिन रावत के अनुशासन का इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह अपने यूनिफॉर्म के लिए कितने समर्पित थे. उन्होंने 2017 में स्कूल के स्थापना दिवस को याद करते हुए जनरल बिपिन रावत के साथ की कुछ स्मृतियों को याद की. जिसमें उन्होंने बताया कि जनरल बिपिन रावत को छात्र अपने बीच में पाकर बेहद ऊर्जावान महसूस कर रहे थे. जनरल रावत का सहज व्यवहार हर किसी को आकर्षित कर रहा था.
कैंब्रियन हॉल पहुंचे थे CDS पढ़ें-उत्तराखंड की मिट्टी से जुड़ी थी CDS बिपिन रावत की जड़ें, थाती-माटी से था खास लगाव
सीडीएस के असामयिक निधन के बाद देहरादून स्थित जनरल रावत के स्कूल कैंब्रियन हॉल में मातम छाया हुआ है. स्कूल के प्रिंसिपल डॉ सीएस बयाला ने बताया कि जैसे ही सीडीएस बिपिन रावत के चॉपर के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिली वैसे ही हर कोई उनके कुशल होने की दुआएं मांग रहा था. स्कूल से जुड़ा हर एक व्यक्ति इस उम्मीद में ईश्वर से कामना कर रहा था कि वह जीवित बचें. जब रात को उनके निधन की सूचना मिली तो हर किसी का हृदय व्याकुल हो उठा. हर किसी को इस खबर को सुनकर बेहद दुख पहुंचा है.