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आयुर्वेद विवि में फीस वृद्धि को लेकर स्टूडेंट्स ने किया प्रदर्शन

आयुर्वेद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि को लेकर छात्रों ने मोर्चा खोल दिया है. गुरुवार को विश्वविद्यालय में फीस बढ़ोतरी को लेकर छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा किया. वहीं, इस प्रदर्शन के चलते विवि की कार्य समिति की बैठक नहीं हो पाई. साथ ही गुस्साए छात्रों ने कॉलेज के मुख्य गेट पर कुलपति और कार्य समिति के सदस्यों का भी घेराव किया.

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Published : Oct 10, 2019, 7:26 PM IST

फीस वृद्धि को लेकर स्टूडेंट्स ने किया प्रदर्शन

देहरादूनः आयुर्वेद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि को लेकर छात्रों ने मोर्चा खोल दिया है. गुरुवार को विश्वविद्यालय में फीस बढ़ोतरी को लेकर छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा किया. वहीं, इस प्रदर्शन के चलते विवि की कार्य समिति की बैठक नहीं हो पाई. साथ ही गुस्साए छात्रों ने कॉलेज के मुख्य गेट पर कुलपति और कार्य समिति के सदस्यों का भी घेराव किया.

फीस वृद्धि को लेकर स्टूडेंट्स ने किया प्रदर्शन

बता दें कि,आयुर्वेद विवि और इससे संबद्ध कॉलेजों में फीस का मुद्दा गरमाता जा रहा है. तीन साल पहले जो फीस बढ़ोतरी की गई थी, वह मामला भी न्यायालय में लंबित है. ऐसे में एक ओर जहां कॉलेजों की ओर से फीस मांगी जा रही है तो वहीं, दूसरी ओर स्टूडेंट्स हाईकोर्ट के आदेश के तहत इसका विरोध कर रहे हैं.

ऐसे में गुरुवार से स्टूडेंट्स ने फीस बढ़ोतरी आयुर्वेद विवि में अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू कर दिया है. उत्तरांचल आयुर्वेदिक कॉलेज में भी छात्रों ने तीन लाख रुपये फीस मांगने पर गेट पर तालाबंदी कर धरना दिया. साथ ही चेतावनी दी यदि इस मामले में सरकार या यूनिवर्सिटी ने जल्द कोई फैसला नहीं लिया तो वे आंदोलन उग्र करेंगे.

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वहीं, यूकेडी के महानगर अध्यक्ष विजय बौड़ाई ने बताया कि आयुर्वेद विश्वविद्यालय में फीस बढ़ोतरी को लेकर पार्टी ने इन छात्रों का समर्थन किया है. ऐसे में छात्रों को जबरदस्ती बढ़ी हुई फीस जमा करने का दबाव बनाकर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है. बौड़ाई ने कहा कि सरकार के फैसले के खिलाफ छात्र हाईकोर्ट गए और हाईकोर्ट की डबल बैंच ने भी माना कि यह फीस बढ़ोतरी गलत है. साथ ही सरकार को आदेशित किया कि बढ़ी हुई फीस वापस की जाए और आने वाले छात्रों से भी पुरानी फीस ली जाए. लेकिन निजी कॉलेज इस आदेश को नहीं मान रहे है और उत्तराखंड क्रांति दल इसका घोर विरोध करता है.

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