देहरादून: कोविड कर्फ्यू के दौरान एमडीडीए प्रशासन ने 18 मई से वन टाइम सेटेलमेंट (ओटीएस) स्कीम लागू कर दी है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि कोविड कर्फ्यू के दौरान घरों में रहने को मजबूर लोग कैसे इस स्कीम का लाभ उठा सकेंगे?
एमडीडीए की ओटीएस स्कीम के तहत ऐसे आवासीय और व्यावसायिक भवन की नए सिरे से कंपाउंडिंग की जाती है, जो बिना मानचित्र स्वीकृति के बनाए गए हैं. लेकिन कोविड कर्फ्यू के दौरान इस स्कीम का विरोध शुरू हो गया है. शहर के तमाम आर्किटेक्ट इस स्कीम के समय को लेकर नाराजगी जता रहे हैं.
ओटीएस स्कीम को लेकर समाजसेवी और पेशे से इंजीनियर सुनील दत्त घिल्डियाल कहते हैं कि वे और शहर के अन्य आर्किटेक्ट इस स्कीम के खिलाफ नहीं है, लेकिन कोविड कर्फ्यू के दौर में इस स्कीम को शुरू करना पूरी तरह से नाइंसाफी है. एमडीडीए की ओर से प्राप्त आदेश के तहत यह स्कीम 17 नवंबर 2021 तक प्रभावी है. ऐसे में इस दौर में जब लोग अपने घरों में कैद हैं और कोर्ट का काम बंद हैं तो लोग कंपाउंडिंग के लिए जरूरी दस्तावेज कैसे पूरे कर पाएंगे?