देहरादूनःउत्तराखंड में बेहतर पुलिसिंग की दिशा में किए गए तमाम प्रयासों को लेकर पुलिस मुख्यालय में चर्चा की गई. इस दौरान अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन के समक्ष स्मार्ट पुलिसिंग के लिए उठाए गए कदम को लेकर जरूरी जानकारियां दी गईं. वहीं, डीआईजी अशोक कुमार ने बताया कि अपराध एवं कानून व्यवस्था में देशभर में सबसे बेहतर कार्य कर रहे हैं.
उत्तराखंड पुलिस प्रवक्ता नीलेश आनंद भरणे ने पुलिस को बेहतर तकनीक के साथ मजबूत करने को लिए गए फैसलों और सुविधाओं की जानकारी दी. उन्होंने इसकी जानकारी एक प्रस्तुतीकरण के जरिए अधिकारियों को गई. जिसमें विजन SMART (S-Sensitive & Strict, M-Modern with Mobility, A-Alert & Accountable, R- Reliable & Responsive, T-Trained & Techno-Savvy) पुलिसिंग को भी बताया गया. जिस पर अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने उत्तराखंड पुलिस के कार्यों की सराहना भी की. साथ ही बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा और विचार-विमर्श किया गया.
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इन बिंदुओं पर हुई चर्चाःकार्मिक, प्रोविजनिंग, आधुनिकीकरण, पुलिस कल्याण, कानून व्यवस्था, फायर, संचार, ड्रग्स, साइबर क्राइम आदि मुद्दों पर गहराई से मंथन और चर्चा किया गया. एंटी ड्रग्स, नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्रों की पॉलिसी पर चर्चा हुई. साथ ही पायलट प्रोजेक्ट के रूप में तीन जनपदों- ऊधम सिंह नगर, देहरादून, हरिद्वार में ट्रैफिक थाने खोले जाने पर भी चर्चा की गई.
श्रीनगर और अल्मोड़ा में खुलेंगे साइबर थानेःअति महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल केदारकांठा, चोपता आदि में थाने/चौकियां खोले जाने पर भी चर्चा की गई. श्रीनगर और अल्मोड़ा में साइबर थाने की शाखा खोले जाने पर भी बात की गई. उपनिरीक्षक एवं मुख्य आरक्षी नियमावली में संशोधन जल्द से जल्द पारित करने का अनुरोध भी किया गया.