ऋषिकेश: एक सप्ताह पूर्व ऋषिकेश में एक माध्यमिक विद्यालय की दीवार गिरने की वजह से उसकी चपेट में आए एक छात्र की मौत हो गई थी, जिसके बाद गिरे 100 भवनों को लेकर लगातार नगर निगम पर सवाल खड़े हो रहे थे. अब एक सप्ताह बाद नगर निगम ने टीम बनाकर गिरासू भवनों का सर्वे शुरू कर दिया है.
बता दें कि ऋषिकेश में पिछले काफी लंबे समय से गिरे 100 भवनों का सर्वे नहीं हो पाया था. यही कारण है कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय की दीवार गिरने से एक बड़ा हादसा हो गया था. हादसे में 2 लोग घायल हो गए थे. वहीं, एक छात्र की मौके पर ही मौत हो गई थी. हादसे के एक सप्ताह बाद मुख्य नगर आयुक्त ने ऋषिकेश के भवनों का सर्वे करवाने के लिए अधिशासी अभियंता के नेतृत्व में एक टीम गठित कर दी है, जो ऋषिकेश के गिरासू भवनों का सर्वे कर रिपोर्ट सौंपेगी.
नगर निगम ने शुरू किया गिरासू भवनों का सर्वे. यह भी पढ़ें-उत्तराखंडः कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट मोड पर स्वास्थ्य महकमा, रद्द की छुट्टियां
ऋषिकेश मुख्य नगर आयुक्त नरेंद्र सिंह क्यूरियाल ने बताया कि गिरासू भवनों के सर्वे के लेकर उन्होंने अधिशासी अभियंता के नेतृत्व में टीम गठित की है, जिसमें सहायक नगर आयुक्त के साथ-साथ पीएस भी शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि ऋषिकेश में सरकारी विभागों के भवनों के साथ-साथ जर्जर आश्रम और धर्मशालाओं का भी सर्वे किया जाएगा.
नगरायुक्त ने कहा कि 2 माह के भीतर गठित की गई टीम के द्वारा गिरासू भवनों के सर्वे रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं. रिपोर्ट आने के बाद जिस भी विभाग की जो बिल्डिंग गिरासू होगी उसको नोटिस जारी किया जाएगा. वहीं, निजी भवन मालिकों को भी नोटिस जारी किया जाएगा. अगर वह लोग इस पर कार्रवाई नहीं करेंगे तो नगर निगम अपने स्तर पर कार्रवाई करके गिरासू भवनों को ध्वस्त करेगा.