उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

चंपावत: ब्लाक प्रमुखों के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर गरमाई राजनीति, नए दावेदार आए सामने

द्वारीखाल के प्रमुख महेंद्र सिंह राणा ने प्रेस रिलीज जारी कर खुद को ब्लाक प्रमुखों का प्रदेश अध्यक्ष बताया है. जिसके बाद देवाल के ब्लाक प्रमुख दर्शन दानू ने दावा किया है कि बीते 10 फरवरी को पतंजलि में आयोजित प्रमुखों की कार्यशाला के दौरान 70 में से 55 प्रमुखों ने उन्हें अध्यक्ष बनाए जाने का समर्थन किया था. ऐसे में महेंद्र सिंह राणा कैसे खुद को प्रदेश अध्यक्ष बता सकते हैं.

block chiefs state president's post news
ब्लाक प्रमुख, दर्शन दानू

By

Published : Feb 13, 2020, 8:46 PM IST

थराली: ब्लॉक प्रमुखों के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर खींचतान तेज हो गई है. देवाल के ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू ने दावा किया कि बीते 10 फरवरी को पतंजलि में आयोजित प्रमुखों की कार्यशाला में मौजूद 70 में से 55 प्रमुखों ने उनको अध्यक्ष बनाए जाने के लिए समर्थन किया था. जिसके बाद देवाल में प्रमुख संगठन के प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने पर विजयी जुलूस तक निकाला गया. लेकिन अब द्वारीखाल के प्रमुख महेंद्र सिंह राणा ने खुद को प्रमुख संगठन का प्रदेश अध्यक्ष बताते हुए प्रेस वार्ता की है.

दरसअल, बीते 10 फरवरी को पतंजली हरिद्वार में ब्लॉक प्रमुखों की एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था. जिसमें प्रमुख संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पर देवाल के ब्लॉक प्रमुख दर्शन दानू को अध्यक्ष चुने जाने की खबरें सामने आई थीं. लेकिन गुरुवार को मीडिया में ब्लाक प्रमुख संगठन के प्रदेश अध्यक्ष पर द्वारीखाल के ब्लॉक प्रमुख महेंद्र सिंह राणा के प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने की खबरें प्रकाशित हुई हैं. जिसके बाद से प्रदेश भर में ब्लॉक प्रमुखों के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर घमासान मचा हुआ है.

ब्लाक प्रमुखों के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर छिड़ा विवाद.

वहीं अब मामले को लेकर दर्शन दानू का कहना है कि बीते 10 फरवरी को हरिद्वार में आयोजित बैठक में उन्हें सर्वसम्मति से संगठन का प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है. बैठक में मौजूद 70 में से 55 ब्लॉक प्रमुखों का अध्यक्ष सहित अन्य पदों के दायत्वों पर उनके लिए खुला समर्थन था.

हालांकि बैठक के दौरान महेंद्र सिंह राणा ने दावेदारी की थी. लेकिन अधिकांश प्रमुखों ने उनकी दावेदारी को समर्थन ही नहीं किया. वहीं अब बैठक के तीन दिनों बाद महेंद्र सिंह राणा का प्रेस रिलीज करने का क्या अर्थ है. दानू ने कहा कि पिछले कार्यकाल में राणा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष थे. लेकिन उनके कार्यकाल में ही प्रमुख निधि समाप्त हो गई थी. पांच सालों के कार्यकाल में उनके द्वारा बताने के लिए एक भी उपल्ब्धि नहीं है. वहीं दानू ने राणा को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि यदि वो चाहें तो वो चुनाव लड़ने को भी तैयार हैं.

ये भी पढ़ें:हल्द्वानी में अवैध खनन पर बड़ी कार्रवाई, वसूला पांच करोड़ का जुर्माना

वहीं उन्होंने राणा पर आरोप लगाते हुए कहा कि राणा संगठन को बीजेपी और कांग्रेस में बांटना चाहते हैं. दानू ने दावा किया है कि पूर्व संगठन अध्यक्ष और संगठन के घोषित संरक्षक जोध सिंह बिष्ट ने साफ कहा है कि उनकी अध्यक्षता में संगठन की कोई बैठक ही नहीं हुई हैं. राज्य में भाजपा के 65 ब्लाक प्रमुख हैं. ऐसी स्थित में राणा किस तरह खुद को प्रदेश अध्यक्ष घोषित कर सकते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details