चंपावत: रक्षा करने और करवाने के लिए बांधा जाने वाला पवित्र धागा रक्षाबंधन कहलाता है. रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई की रक्षा के लिए उनकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती हैं और भाई बहनों को जीवन भर उनकी रक्षा का वचन देते हैं. लोहाघाट नगर की कुंजिका वर्मा इस रक्षाबंधन को कुछ अलग बनाने में जुटी हुई हैं. घर में बैठे-बैठे कुंजिका बेकार पड़े सामानों के जरिए खूबसूरत राखियां बना रही हैं. कुंजिका की बनाई राखियां फेसबुक और व्हाट्सएप के माध्यम से ऑनलाइन तेजी से बिक रहीं हैं.
लोहाघाट की रहने वाली कुंजिका वर्मा को बचपन से ही कला में रुचि थी. अपने शौक के चलते कुंजिका ने अल्मोड़ा एसएस जीना कॉलेज से ऑर्ट में पोस्ट ग्रेजुएशन किया. कुंजिका 2 साल पहले बनाई पेंटिंग, राखी, कुमाऊंनी ऐपण को फेसबुक के जरिए लोगों के साथ साझा किया, जिसकी बड़े पैमाने पर सराहना की जा रही है. फेसबुक पेज के जरिए अब कुंजिका को राखियों का ऑर्डर मिल रहा है, जिसकी वजह से अब कुंजिका बड़ी संख्या में हैंडमेड राखियां बना रही हैं.