चमोली: यूरोपीय देशों में सर्वाधिक पसंद की जाने वाली ट्राउट फिश का पालन अब उत्तराखंड में स्वरोजगार की दिशा को नया आयाम देता दिखाई दे रहा है. उत्तराखंड के ऊंचाई वाले और ठंडे इलाकों में ट्राउट फिश के पालन के लिए उपयुक्त मौसम है.
जिसे देखते हुए यहां के लोग इस ट्राउट फिश पालन की ओर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. सुतोल गांव के हुकुम सिंह राणा नाम के काश्तकार लगातार इस दिशा में काम कर रहे हैं. हुकुम सिंह के अलग-अलग तालाबों में करीब 4000 ट्राउट फिश हैं. जिसे देखकर गांव के अन्य लोग भी ट्राउट फिश पालन में दिलचस्पी दिखाते हुए अपने घरों के आसपास ट्राउट फिश पालन के लिए तालाबों का निर्माण करा रहे हैं.
ट्राउट फिश की विदेशों में भारी डिमांड. चमोली जिले के सुतोल गांव में हुकम सिंह ने साल 2017 में परीक्षण के तौर पर ट्राउट फिश पालन शुरू किया था. हिमालय के करीब होने के कारण सुतोल गांव में मछलियों को ठंडे पानी के साथ-साथ उपयुक्त मौसम भी मिला. जिससे मछलियों के उत्पादन में लगातार वृद्धि होने लगी. नतीजन आज हुकुम सिंह राणा के तालाबों में 4000 ट्राउट फिश हैं.
पढ़ें-स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सरकार की हकीकत दिखाता ये सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
ईटीवी से खास बातचीत में हुकम सिंह ने बताया कि ट्राउट फिश मूल रूप से विदेशी मछली है, जिसकी पश्चिमी देशों में भारी मांग है. उन्होंने बताया कि ट्राउट फिश का पालन उत्तराखंड में स्वरोगार का एक अच्छा जरिया बन सकता है. सरकार और मत्स्य विभाग के द्वारा भी ट्राउट फिश पालन के लिए समय-समय पर ग्रामीणों को प्रेरित किया जाता रहा है. यहां मत्स्य पालन के लिए विशेष अनुदान का भी प्रावधान भी रखा गया है.
पढ़ें-दिल्ली के पत्रकार हरिद्वार से संदिग्ध परिस्थितियों में गायब, कमरे में मिले खून के निशान
हुकम सिंह राणा ने कहा कि ट्राउट फिश का उत्पादन ठंडे और साफ पानी में ही संभव है. ऊंचाई और ठंड वाले इलाकों में ही तालाब बनाकर ट्राउट मछली का उत्पादन किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि अभी भी वह 6 और तालााब गेरी गांव में बना रहे हैं. राणा ने कहा कि ट्राउट पालन को लेकर ग्रामीणों में भी दिलचस्पी बढ़ी है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में उत्तराखंड में ट्राउट फिश को स्थाई बाजार मिलने के बाद इससे ग्रामीण इलाके के लोगों की आजीविका में वृद्धि होगी.
क्यों खास है ट्राउट
ट्राउट मछलियों का बाजार भारत में ही नहीं, पश्चिमी राष्ट्रों में भी है. यूरोप, अमेरिका की ठंडी नदियों मे ट्राउट मछलियां पायीं जातीं हैं. डिब्बा बंद मीट में इसका बड़ा बाजार है. स्वाद और पौष्टिकता में ट्राउट सबसे अलग है. बड़े-बड़े फाइव स्टार होटलों में भी इनकी डिमांड है. चमोली में मत्स्य के क्षेत्र में ये एक और नयी पहल है.