चमोलीःउत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में भू-धंसाव किसी बड़ी अनहोनी की आहट दे रही है. यहां दिनोंदिन भवनों पर पड़ी दरारों का आकार बढ़ता ही जा रहा है. जिससे लोग काफी खौफजदा है. भू-धंसाव से खौफजदा लोग कड़ाके की ठंड के बीच अपने घरों के बाहर ही खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर हो गए हैं. स्थानीय लोगों की मानें तो देर रात को भी कई घरों में बड़ी-बड़ी दरारें आई हैं. इसी बीच मारवाड़ी वॉर्ड में अचानक जमीन से जल रिसाव हुआ है. जिससे लोगों की धड़कनें और तेज हो गई है.
जोशीमठ में खुले आसमान के नीचे सर्द रात काटने को मजबूर लोग, अब पानी के रिसाव ने बढ़ाई धड़कनें
ऐतिहासिक जोशीमठ नगर भू-धंसाव के चलते खतरे के मुहाने पर खड़ा है. अब यह खतरा लगातार लोगों की धड़कनें बढ़ा रहा है. आज भी अचानक जमीन से जल स्रोत फूट पड़ा और मटमैला पानी बहने लगा. जिसे देख लोगों के खौफ में आ गए. वहीं, जोशीमठ में मकानों में दरार के चलते लोग सर्द रात में बाहर सोने को मजबूर हो गए हैं.
बता दें कि चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव (Cracks in houses of Joshimath) का दायरा दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है. आज मारवाड़ी वॉर्ड स्थित जेपी कंपनी के आवासीय कॉलोनी के कई घरों में दरार आने के साथ जमीन के अंदर से बड़ी मात्रा में जल रिसाव शुरू हो गया. जिससे जोशीमठ नगर के लोग दहशत में आ गए हैं. यहां पर लगातार मटमैला पानी निकल रहा है. स्थानीय लोगों की आशंका है कि यह एनटीपीसी की सुरंग का पानी है. इसके अलावा मुख्य बाजार में सड़क पर भी दरार पड़ी है.
जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति (Joshimath Bachao Sangharsh Samiti) से जुड़े अतुल सती का कहना है कि वो जोशीमठ में भू-धंसाव की समस्या के निदान को लेकर सरकार से मिलने एक शिष्टमंडल दल के साथ देहरादून गए थे, लेकिन सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक आश्वासन नहीं मिला. उन्होंने कहा कि सरकार का ऐसा ही रवैया रहा तो सभी लोग सड़क पर बैठकर आंदोलन शुरू कर देंगे. वहीं, उन्होंने बताया कि जोशीमठ में दरार के चलते मकानों के ढहने की आशंका बढ़ गई है. जिसके डर से लोग अपने घर छोड़ रहे हैं. बताया जा रहा है कि आज 6 परिवार नगर पालिका परिषद जोशीमठ के भवन में शिफ्ट हो गए हैं.
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